भोपाल – CM शिवराज सिंह चौहान बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए लगातार प्रयासरत है उनके निर्देश के बाद अब कई विभागों द्वारा अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बता दे कि , पूर्व में उच्च शिक्षा विभाग की ओर से आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति देने की प्रक्रिया की सूची जारी करने के निर्देश जारी किए गए थे. शासनादेश जारी करते हुए शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य को अनुकम्पा नियुक्ति के मामले में जल्द ही विभाग को सूची भिजवाने की कवायद तेज करने के निर्देश दिये गये. मध्य प्रदेश में वर्ष 2021 में 80,000 से अधिक युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया है। जबकि कई आश्रितों का चयन भी अनुकंपा के आधार पर प्रक्रिया में किया गया है।
स्वर्णिम मध्य प्रदेश बनाने का संकल्प मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिया था। इसके तहत सीएम शिवराज ने पिछले साल घोषणा की थी कि राज्य में 100000 युवाओं को सरकारी रोजगार मुहैया कराया जाएगा. इसके लिए पिछले साल 81 हजार 119 लोगों को नौकरी दी गई है। जॉब्स जनरल- ओबीसी समेत एससी और एसटी वर्ग के छात्रों को भी नौकरियों में जगह दी गई है। दरअसल इनमें से 25000 एससी-एसटी वर्ग के लोगों को नौकरी भी मिल गई है। राज्य सरकार द्वारा रोजगार मेले का भी आयोजन किया जा रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक इस साल 3 महीने में 13 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार दिया गया है. इतने ही पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 30 लाख 23 हजार अधिक है। रोजगार मेलों के आयोजन सहित आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में तेजी लाने के भी निर्देश दिये गये हैं. सीएम शिवराज बीते दिनों प्रदेश में करीब 6 हजार रिजर्व और 20000 शिक्षकों की भर्ती की बात कह चुके हैं. जिसके बाद जल्द ही सरकारी नौकरियों में बंपर बढ़ोतरी होगी.इससे पहले एमपीपीईबी समेत एमपीपीएससी की ओर से सरकारी नौकरियों का भी आयोजन किया जा रहा है.
हालांकि मध्य प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या को खत्म करने की तैयारी की जा रही है. दूसरी ओर, हर साल 400000 से अधिक युवा सरकारी नौकरी पाने के लिए पंजीकरण कराकर विभिन्न रोजगार कार्यालयों में आते हैं। मध्य प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 30 लाख से अधिक है। जिसमें शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 28 लाख है। 2015 में, चार लाख नौकरी पंजीकरण किए गए थे, जिनमें से केवल 334 लोगों को नौकरी दी गई थी।
जबकि 2016 में 3 लाख रजिस्ट्रेशन हुए थे। 2017 में यह आंकड़ा 17 लाख तक पहुंच गया था। 2018 में 7 लाख रजिस्ट्रेशन हुए थे। जबकि 2019 में यह आंकड़ा 8 लाख को पार कर गया था जबकि 2020 में यह आंकड़ा बढ़कर 6 लाख हो गया था। 2021 की बात करें तो यह आंकड़ा बढ़कर 12 लाख 36 हजार हो गया था। जिसमें 86 हजार से ज्यादा नौकरियां दी गई हैं। बैकलॉग के पद को भरने के लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है।
मध्य प्रदेश के अंतर्गत विभिन्न जिलों में रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है। जहां युवाओं को नौकरी देने की प्रक्रिया जारी है. इस बीच शिवराज सरकार अधिक से अधिक युवाओं को निजी व सरकारी रोजगार उपलब्ध कराकर बेरोजगारी दर को कम करने का प्रयास कर रही है। जिसके लिए अनुकंपा नियुक्ति को लेकर विभिन्न विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं।