जबलपुर: महाकौशल विंध्य को अलग प्रदेश बनाने की मांग को लेकर अब सरकार को घेरने की रणनीति तेज हो गई है। रीवा के पूर्व भाजपा विधायक लक्ष्मण तिवारी व अजय विश्नोई के बाद अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए सबाल खड़े किए हैं । आज जबलपुर (Jabalpur)में मीडिया के सामने उन्होंने अपनी ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाएंपूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि भाजपा मंदिर और राष्ट्रीयता के नाम पर दिखावा कर रही है महाकोशल विंध्य से सबसे ज्यादा राजस्व मध्यप्रदेश सरकार के खजाने में आता है। इसके बावजूद दोनों क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है वहीं उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में महाकोशल के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है । जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
याचनाएं करनी पड़ रही जनप्रतिनिधियों को
जबलपुर में आज पत्रकारों से चर्चा कर रहे भाजपा के पूर्व विधायक ने आरोप लगाए कि महाकोशल विंध्य के नेताओं को मध्यप्रदेश सरकार के सामने हर एक काम के लिए याचनाएं करनी पड़ रही है दोनों क्षेत्रों के विकास के नाम पर सिर्फ सरकार ने सपने दिखाए है और आश्वासन का पुलिंदा बांधा है।
पूर्व विधायक बोले– सब कुछ तो ले लिया…..
जबलपुर हो या रीवा या फिर महाकोशल विंध्य कोई भी जिला सब कुछ तो ले लिया गया है । बड़े-बड़े उद्योगों के नाम पर सिर्फ सब्जबाग दिखाए गए कॉलेज से लेकर बड़े बड़े संस्थानों का ट्रांसफर इंदौर उज्जैन ग्वालियर में कर दिया गया और महाकोशल विंध्य खाली हाथ सिर्फ एक नया सपना देखा है।
अजय बिश्नोई ने महाकौशल विंध्य उपेक्षा का लगाया आरोप
महाकोशल विंध्य की लगातार हो रही उपेक्षा को लेकर अपनी ही सरकार को घेरने में जुटे एक और विधायक का नाम अब आ गया है गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने भी महाकोशल और विंध्य की उपेक्षा को देखते हुए अपनी सरकार को घेरने में जुटे हुए थे लिहाजा अब एक और पूर्व विधायक ने अपनी सरकार पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है