देवास: मध्य प्रदेश के देवास जिले जिले में कोरोना संक्रमण का कहर बदस्तूर जारी है। कोरोना संक्रमण के चलते बालकिशन गर्ग की पत्नी और दो बेटों का पिछले दिनों निधन हो गया था। पति और परिवारजनों की मौत से सदमे में आई छोटी बहू ने भी बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। ससुर बालकिशन गर्ग भी बीमार है। अब उनकी बड़ी बहू पूरे परिवार में बची है जो गहरे सदमे में है ।
मिली जानकारी के अनुसार अग्रवाल समाज देवास के अध्यक्ष बालकिशन गर्ग की पत्नी चंद्रकला देवी का 14 अप्रैल को निधन हो गया। परिवार उनकी मौत के सदमे से उभरा भी नहीं था कि 17 अप्रैल को बड़े बेटे संजय गर्ग की मौत हो गई। इसके बाद 19 अप्रैल को छोटे बेटे स्वप्नेश गर्ग की सांस थम गई। तीनों कोरोना संक्रमित थे। परिवार पर एक साथ आए इस संकट सेे स्वप्नेश की पत्नी छोटी बहू रेखा गर्ग टूट गई और अवसाद में जाने से बुधवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बड़े और छोटे बेटे के दो दो बच्चे हैं। परिवार के मुखिया बालकिशन गर्ग की भी तबीयत अत्यधिक खराब है। बड़े बेटे की पत्नी हादसे के चलते सदमे में है।
कोरोना संक्रमितो के परिजन जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है की समय रहते यदि संक्रमितो का इलाज हो जाता तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती। लापरवाही के कोई पहला मामला नहीं है जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं के कारण आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है। मंगलवार को भी इमरजेंसी में डाक्टर के बुलाने के बाद भी नहीं आने पर मरीज की मौत से गुस्साएं स्वजनों ने डाक्टर की पिटाई कर दी थी। इस पर काफी हंगामा हुआ और डाक्टरों ने काम बंद कर दिया। बाद में डाक्टरों को आश्वासन दिया गया कि उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।