बैतूल -आपने कभी किसी अधिकारी को कचरा वाहन चलाते देखा नही देखा तो दिखाते है । नजारा मध्य प्रदेश के बैतूल का है जहां नगर पंचायत के सीएमओ खुद ड्रायविंग करते हुए सड़को पर कचरा वाहन चलाते नजर आ रहे है । दरअसल बैतूल में ग्राम पंचायत घोड़ाडोंगरी को नगर पंचायत बनाया गया है और यहां पर सभी व्यवस्थायें बनाई जा रही है । सरकार ने स्वच्छता अभियान के तहत चार कचरा वाहन दिए है लेकिन इन्हें चलाने के लिए नगर पंचायत के पास ड्रायवर नही है । नगर को साफ सुथरा रखने के लिए सीएमओ जीआर देशमुख ने खुद कचरा वाहन चलाने का निर्णय लिया और सुबह होते ही नगर के वार्डो कचरा वाहन लेकर निकल जाते है ।
घोड़ाडोंगरी सीएमओ जीआर देशमुख लोगों को जागरूक करने स्वयं ही सुबह करीब 8 बजे कचरा वाहन लेकर घोड़ाडोंगरी नगर के वार्डो में लगभग 2 घंटे उन्होंने कचरा वाहन चलाते है और नागरिकों को कचरा वाहन से उतर कर समझाइश भी देते हैं कि कचरे को सड़क पर नहीं फेंकना है गंदगी नहीं चलाना है रोज सुबह उनके घर के सामने कचरा बाहर आएगा उसी में कचरा डालना है।
वैसे तो सीएमओ को कचरा वाहन चला कर देख लोगों में हैरानी होती है लेकिन उनमें जागरूकता भी आ रही है की स्वच्छता को लेकर एक अधिकारी कितना सजग है और उनकी कार्यप्रणाली देखकर लोग भी अब कचरा सड़कों पर ना फेंककर कचरा वाहन में फेंक रहे हैं ।
सीएम जीआर देशमुख का कहना है कि घोड़ाडोंगरी नगर पंचायत नई है और यहां वाहन चलाने के लिए ड्राइवर नहीं है । ड्राइवर की भर्ती के लिए निविदा निकाली गई है और जल्द ही ड्राइवरों की भर्ती होगी जब तक ड्राइवर की भर्ती नहीं होती है तब तक वे स्वयं कचरा वाहन चलाएंगे और नगर को स्वच्छ रखेंगे ।
इनका कहना है
जीआर देशमुख (सीएमओ घोड़ाडोंगरी)( जीआर देशमुख का कहना है कि घोड़ाडोंगरी नगर पंचायत नई है और यहां वाहन चलाने के लिए ड्राइवर नहीं है । ड्राइवर की भर्ती के लिए निविदा निकाली गई है और जल्द ही ड्राइवरों की भर्ती होगी जब तक ड्राइवर की भर्ती नहीं होती है तब तक वे स्वयं कचरा वाहन चलाएंगे और नगर को स्वच्छ रखेंगे।
इनका कहना है
तोषण गावंडे ( स्थानीय नागरिक)( तोषण का कहना है कि जिस तरह सीएमओ खुद कचरा वाहन चला रहे हैं उससे लोगों में जागरूकता आ रही है कि जब स्वच्छता के लिए एक अधिकारी कचरा वाहन चला सकता है तो लोग भी अपने आसपास सफाई रखेंगे )