गुना — प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने कोविड वार्ड के आइसीयू में दवाओं को रखने वाले फ्रिज को खोला, तो वह बंद मिला। यह देखते ही मंत्री का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने धमकी भरे अंदाज में सिविल सर्जन डॉ. हर्षवर्धन जैन से कहा कि इसके लिए मैं 21 बार जेल गया हूं। उन्होंने फिर दोबारा हाथ की अंगुलियों को चलाते हुए कहा कि 21 बार। मैं आपको द्वितीय बार प्रणाम कर रहा हूं। लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा।
दरअसल, प्रभारी मंत्री तोमर सोमवार को जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखने के लिए पहुंचे थे। उनके साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्रसिंह सिसोदिया, कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए. और पुलिस अधीक्षक राजीवकुमार मिश्रा भी रहे। मैटरनिटी वार्ड के बाहर से ऊर्जा मंत्री निकल रहे थे, तभी वाटर कूलर पर नजर पड़ी, वह भी बंद मिला। इस बात पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सिविल सर्जन आपकी सीआर खराब हो जाएगी। तीन दिन के भीतर इस वाटर कूलर को सुधरवाओ।
बंद फ्रिज में रखे थे संक्रमित मरीजों के दवा और इंजेक्शनः
जिला अस्पताल के कोविड वार्ड के आइसीयू में जिले के प्रभारी मंत्री ने जब फ्रिज खोला, तो वह बंद था। इसमें कोरोना मरीजों को दिए जाने वाली दवाएं रखी थीं। मंत्री यह देख भड़क गए और उन्होंने सिविल सर्जन से दो-दो बार कहा कि में 21 बार जेल गया हूं। इस दौरान गुना विधायक गोपीलाल जाटव भी मंत्री का चेहरा देखते रह गए। हालांकि, मंत्री का कहने का तरीका गलत था, लेकिन अव्यवस्थाओं को लेकर जिला अस्पताल पर सवालिया निशान जरूर लग रहा है। क्योंकि, बंद फ्रिज में जो दवाएं रखी थीं, उन दवाओं का असर कम हो जाता है या खराब हो जाती हैं। संक्रमित मरीजों को यह दवा दी जानी थीं