डबरा– मध्य प्रदेश में ग्रामीण पंचायती क्षेत्र के सचिव, रोजगार सहायक ओर मनरेगा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के नवगठित संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में गुरुवार से प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन कलम बंद कर हड़ताल जारी हैं। जिसका असर ग्वालियर अंचल के डबरा और भितरवार विकासखंड की जनपद पंचायतों पर भी देखने को मिला। साथ ही बरसात का सीजन है पंचायतों में ग्रामीणों को भारी समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। बता दें कि पंचायत कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को पांचवें दिन भी डबरा की जनपद पंचायत डेरा जमाए बैठे हुए हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी करते नजर आ रहे हैं। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर शासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं की गई तो संयुक्त मोर्चा राज्य इकाई के निर्देश पर यह आंदोलन अनिश्चित काल के लिए जारी रहेगा।
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए ग्रामीण एवं पंचायत विकास विभाग के कर्मचारियों को आज पांचवा दिन है। विभिन्न मांगों को लेकर पूरे प्रदेश भर में 18 संगठनों के साथ प्रदेश सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए लगातार मीडिया के माध्यम से अपील कर रहे हैं। मीडिया से रूबरू होते हुए अध्यक्ष आर.एस.सुरेंद्र सिंह परिहार ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार के मुखिया द्वारा कई बार मंच एवं निजी स्थान से पंचायत एवं ग्रामीण विकास कर्मचारियों के लिए तरह-तरह की घोषणा की गई है लेकिन उन पर अमल आज तक भी नहीं किया गया. पंचायत कर्मचारियों द्वारा की जा रही हड़ताल अवैध बताते हुए कर्मचारियों को कार्य करने के आदेश जारी किए थे. जिसके बाद कर्मचारी संगठन ने माननीय न्यायालय की शरण ली थी. जिसमें न्यायालय द्वारा कहा गया है कि जब तक कर्मचारी संगठनों का हित नहीं सुना जाएगा तब तक कर्मचारियों अनिश्चितकालीन हड़ताल अवैध घोषित नहीं माना जाएगा।