भोपाल रविवार को पूरे देश में जब 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले पर ध्वजारोहण किया। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में तिरंगा फहराया। मध्य प्रदेश के आगर में इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया। आगर में बीजेपी कार्यालय की बिल्डिंग पर तिरंगे से ज्यादा ऊंचा भाजपा पार्टी का झंडा लहराता रहा। मीडियाकर्मियों ने जब इस संबंध पर आपत्ति जताई तो पार्टी के नेता बहाने बनाने लगे। उन्होंने मीडियाकर्मियों पर ही विवाद को तूल देने का आरोप लगा दिया। दूसरी ओर, कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी हमेशा खुद को देश से ऊपर मानती है। कांग्रेस विधायक ने इस मामले में बीजेपी के जिला अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर की मांग की है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आगर में भाजपा के जिला मुख्यायल पर ध्वजारोहण के दौरान विवाद की स्थिति बन गई। रविवार को बीजेपी के आगर कार्यालय के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, लेकिन स्थानीय प्रशासन इससे अब भी अनजान बना हुआ हुआ है। एसडीएम राजेंद्र सिंह रघुवंशी ने ऐसे किसी वीडियो से ही इनकार कर दिया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ट्वीट कर लिखा कि — तिरंगे का अपमान करती बीजेपी: मध्य प्रदेश के आगर ज़िले में बीजेपी कार्यालय में तिरंगे से ऊपर बीजेपी का यह झंडा करोड़ों भारतीयों के स्वाभिमान और तिरंगे की आन मान और शान पर चोट है। शिवराज जी, ये सीधे-सीधे राष्ट्रद्रोह है, और आप राष्ट्रद्रोहियों के संरक्षक।
तिरंगे का अपमान करती बीजेपी:
— MP Congress (@INCMP) August 15, 2021
मध्य प्रदेश के आगर ज़िले में बीजेपी कार्यालय में तिरंगे से ऊपर बीजेपी का यह झंडा करोड़ों भारतीयों के स्वाभिमान और तिरंगे की आन मान और शान पर चोट है।
शिवराज जी,
ये सीधे-सीधे राष्ट्रद्रोह है,
और आप राष्ट्रद्रोहियों के संरक्षक। pic.twitter.com/PVra8OdWxj
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि पार्टी का झंडा भवन पर पहले से ही लगा हुआ था और तिरंगा सर्वोपरि है। ऐसे में विवाद बेमानी है। वहीं स्थानीय कांग्रेस विधायक विपिन वानखेडे ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि भाजपा के लिए सदैव ही पार्टी पहले है देश बाद में। तिरंगे से ऊपर पार्टी का झंडा होना इसे साबित भी कर रहा है।
भारतीय ध्वज संहिता-2002 मुताबिक किसी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय ध्वज से ऊंचा या ऊपर नहीं लगाया जा सकता और न ही बराबर ऊंचाई में रखा जा सकता है।मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भी आगर में हुई घटना का विरोध किया। प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसे राष्ट्रदोह बताया गया-