एमपी — मध्य प्रदेश के बैतूल में एक युवक और युवती द्वारा जहर खाने का मामला सामने आया है। जहां युवती की मौत हो गई। जबकि युवक की हालत गंभीर है। ये दोनों रिश्ते में जीजा साली बताए जा रहे हैं। दोनों ने साथ में सल्फास खाकर जान देने की कोशिश की थी। घटना मुलताई के फारेस्ट रेस्ट हाउस के पास की है। जहां दोनों को पुलिस की डायल 100 ने बेहोशी की हालत में सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार विजेंद्र पिता पून्या परिहार उम्र 25 वर्ष पटेल वार्ड में पत्नी रश्मि के साथ निवास करता है। उसके रिश्ते में लगने वाली साली संतोषी पिता कृष्णा डिगरसे उम्र 17 वर्ष निवासी गजमारढाना खड़कवार बुधवार को उसके घर आई थी।संतोषी की शादी हरदा में हुई है और पति से विवाद के बाद वो अपने मायके आ गई थी । पुलिस की माने तो जीजा साली में प्रेम प्रसंग के चलते दोनों ने यह कदम उठाया है। मृतिका के बहन ने खुलासा करते हुए बताया कि 12 वर्ष की उम्र में उसके पिता ने उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। उसके बाद वह घर छोड़कर चली गई थी तब सुबह लगातार परेशान थी।
बता दें कि शुक्रवार दोपहर लोगों ने देखा कि मेला मैदान पर दोनों अचेत अवस्था में पड़े हैं। सूचना पर तत्काल डायल 100 के आरक्षक विजेश तथा पायलट पंकज डाहरे ने मौके पर पहुंचकर दोनों को सरकारी अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान संतोषी की मौत हो गई, वहीं विजेन्द्र को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया। मृतिका की बहन मीना ने बताया कि उसकी बहन संतोषी लव मैरिज की थी और वह अपने ससुराल हरदा में झगड़ा करके यह वापस आई थी। उसने बताया था कि ससुराल वाले उसे परेशान करते हैं और आत्महत्या करने का दबाव बना रहे हैं।
संतोषी यह कहकर घर से गई थी कि वह राखी का सामान खरीदकर दो दिन में वापस आ जाएगी। शुक्रवार सुबह संतोषी ने सुबह उसकी मां कविता से फोन पर बात कर दोपहर 12 बजे तक वापस आने का बताया था, लेकिन शाम को उसे संतोषी के जहर खाने की सूचना मिली। वह तत्काल मुलताई पहुंची जहां उसे पता चला कि संतोषी की मौत हो चुकी है तथा जेठ का दामाद गंभीर है। पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर पंचनामा बनाया गया, लेकिन शाम होने के कारण मृतका के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। बीएमओ डॉ.पल्लव ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई में शाम होने से पोस्टमार्टम नहीं हो सका अब शनिवार सुबह किया जाएगा। मेला मैदान में जिस जगह जहर खाकर जीजा-साली अचेत अवस्था में पड़े हुए थे वहां कीचड़ होने से दोनों को उठाकर लाने में डायल 100 के स्टाफ को भारी मशक्कत करना पड़ा।