Madhya Pradesh ByElection: भोपाल ।विधानसभा की तीन और लोकसभा की एक सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा होते ही भाजपा और कांग्रेस दोनो दल क्षेत्रों के नतीजे अपने पक्ष में करने के लिए सक्रिय हो गए हैं। स्थानीय मुद्दों के साथ भाजपा सरकार की जनहितैषी नीतियों और कांग्रेस की ओर से 15 माह के कार्यकाल पर चुनावी विषय तय होंगे। हालांकि दोनों ही दलों की ओर से मतदाताओं के सामने रखे जाने के लिए चेहरे तय हैं। भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो कांग्रेस की ओर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के नाम पर ही वोट मांगे जाएंगे। इन उपचुनावों से सत्ता के समीकरण प्रभावित नहीं होंगे। हारने पर न तो भाजपा की सत्ता जाएगी और न ही जीतने पर कांग्रेस को सत्ता का ताज मिलेगा, लेकिन जीत-हार के नतीजों से दोनों दलों की साख पर असर पड़ेगा।
प्रदेश की खंडवा लोकसभा सहित पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होना है। इन उपचुनावों को 2023 के विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल माना जा रहा है। दोनों दलों के लिए अपनी-अपनी तैयारियों को परखने और मतदाताओं का रूख भांपने का यह बड़ा अवसर है। यही वजह है कि भाजपा और कांग्रेस के नेता कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
कांग्रेस की तैयारी
कांग्रेस ने इन उपचुनावों को दमोह विधानसभा के उपचुनाव की तर्ज पर लड़ने की तैयारी की है। दमोह सीट कांग्रेस ने बड़े अंतर से जीती थी। यहां पार्टी ने मतदान केंद्रों पर फोकस करके काम किया था। मतदाताओं से सीधे संपर्क को आधार बनाया था। इस बार भी बूथ, सेक्टर और मंडलम के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया गया है। कमल नाथ प्रत्याशियों के चयन के लिए प्रारंभिक सर्वे करा चुके हैं। चुनाव क्षेत्रों के प्रभारी भी कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले चुके हैं। कमल नाथ के भोपाल आते ही उपचुनाव के लिए बैठकों का दौर शुरू होगा।
भाजपा की तैयारी
भाजपा काफी पहले की चुनावी मोड में आ चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं उपचुनाव की कमान संभाले हुए हैं। जनदर्शन यात्राओं के माध्यम से उपचुनाव वाले क्षेत्रों में जनता से सीधा संवाद करके कर चुके हैं। प्रभारी मंत्री और मंत्री संबंधित क्षेत्रों में लगातार सक्रिय हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी कार्यकर्ता, मोर्चा प्रभारियों और सहयोगी संगठनों के साथ बैठकें कर चुके हैं। मतदान केंद्रवार रणनीति बनाई गई है।
विधानसभा में स्थिति
भाजपा- 125
कांग्रेस- 95
बसपा- 02
सपा- 01
निर्दलीय- 04
रिक्त- 03
सुरेंद्र सिंह शेरा ने फिर ठोंका दावा
खंडवा लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने एक बार फिर दावेदारी की है। उन्होंने कहा कि कमल नाथ के आने के बाद वे टिकट की दावेदारी फिर पेश करेंगे। वे अपने परिवार के सदस्य के लिए टिकट चाहते हैं और वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात भी कर चुके हैं। उन्हें पार्टी नेताओं द्वारा तवज्जो दिए जाने पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव की नाराजगी इंटरनेट मीडिया पर चर्चा में रही थी। वे टिकट के प्रबल दावेदार हैं और क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं।