ग्वालियर– जिन कंधों में आम लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। आम जनता सहित महिलाओं की सुरक्षा करने का दावा करने वाली ग्वालियर पुलिस अब अपनी ही सुरक्षा नहीं कर पा रही है। ताजा मामला ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र का है जहाँ एक महिला एएसआई से उसके ही अंडर में काम करने वाले एक प्रधान आरक्षक ने छेड़छाड़ कर दी। दरअसल यह घटना 12 दिन पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की VIP ड्यूटी के दौरान की बताई जा रही है महिला एएसआई ने मामले की शिकायत की थी। जिस पर जांच करने के बाद सोमवार को ग्वालियर सर्कल के बहोड़ापुर थाना में आरोपी हवलदार के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल इस FIR के बारे में पुलिस अफसर भी कुछ नहीं बोल रहे हैं।
बता दें कि पिछले दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया के केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार सम्हालने के बाद स्वागत यात्रा निकालने के दौरान इस महिला एएसआई और आरक्षक की ड्यूटी यात्रा कार्यक्रम में लगाई गई थी।इस दौरान महिला ASI की ड्यूटी बहोड़ापुर में लगाई गई थी। पर इस दौरान हवलदार आया और महिला ASI को उसके VIP ड्यूटी पॉइंट से हटाकर मोतीझील अपने पॉइंट पर ले गया। यहां से सिंधिया का काफिला निकलने के बाद वह महिला ASI को लेकर टीपी नगर पहुंचा और यहां किसी जगह पर ले जाकर उसने महिला के साथ गंभीर रूप से छेड़छाड़ की है। हवलदार की हरकत महिला को इतनी बुरी लगी कि महिला ASI ने उसे वहीं सबक सिखाने की धमकी दी। पहले महिला अफसर को बदनामी का डर सताया, लेकिन उसके बाद महिला ASI ने मामले की जानकारी अपने थाना प्रभारी सहित जिले के सभी वरिष्ठ अफसरों दी। इस मामले में ASP शहर मध्य हितिका वासन ने मामले की जांच की और जांच के बाद घटना के 12 दिन बाद शहर के बहोड़ापुर थाना में आरोपी हवलदार के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर लिया गया है।
अफसरों की बोलती बंद
इस मामले ने ग्वालियर पुलिस की महिलाओं को सुरक्षा देने के दावों की पोल खोल दी है यही वजह है कि इस मामले में अब कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है जिस थाने में मामला दर्ज हुआ है वहां के थाना प्रभारी से लेकर नगर पुलिस अधीक्षक सहित आला अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है सूत्रों की माने तो अब पुलिस के कई अधिकारी महिला एएसआई को मनाने का प्रयास कर रहे हैं पुलिस अधिकारियों को भी यह भली-भांति जानकारी है कि जब यह मामला सभी के सामने आएगा तो विभाग की ही बदनामी होगी इसीलिए महिला अधिकारों को मनाने की हर संभव कोशिश की जा रही है लेकिन महिला एएसआई कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है और मामला दर्ज कराने के लिए अड़ी हुई है।