पेड़ के सहारे पड़ोसी के मकान पर चढ़ पहुंची घर , सर्चिंग में 500 रुपए महीने कमाने वाला मैनेजर निकला करोड़ों का आसामी
शिवपुरी — समाज में भ्रष्टाचार किस तहर फैला हुआ है इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। इसका ताजा उदाहरण शिवपुरी का समिति प्रबंधक है। जिसे सरकार से नौकरी की शुरुआत में मात्र 500 रूपये वेतन में सेल्समैन के रूप में नौकरी शुरू की थी। वर्तमान में राजनैतिक प्रमोशन हुआ और समिति प्रबंधन के पद पर पहुंच गया अब EOW की कार्रवाई में उसके पास से करीब डेढ़ करोड़ की सम्पत्ति मिली है। चालाक इतना है कि तीन बार ईओडब्ल्यू की टीम रेट डालने पहुंची लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला।
बता दें कि शहर के फतेहपुर रोड विजयपुराम कॉलोनी निवासी पचावली सहकारी साख समिति के सहायक प्रबंधक के पद पर कार्यरत माधुरी शरण भार्गव के यहां गुरुवार की सुबह आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने छापामार कार्यवाही की है। ईओडब्लू के इस छापे से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। छापामार कार्यवाही में करोड़ों रुपए की संपत्ति के दस्तावेज, नगदी, सोना, चांदी मिलने की बात कही जा रही है। माधुरी शरण भार्गव ने वर्ष 1995 में 500 रुपए के अल्प वेतन पर सहायक सेल्समेन के रूप में नौकरी शुरू की थी। वर्तमान में सहायक प्रबंधक के पद पर कार्यरत है।उन्हें 12 हजार 500 रुपए महीना वेतन मिलती है। एक अनुमान के अनुसार 26 साल की नौकरी में उन्हें वेतन के रूप में करीब 30 लाख रुपए मिले हैं। लेकिन जांच के दौरान उनकी संपत्ति कई गुना अधिक निकली है। ईओडब्ल्यू ने माधुरी शरण भार्गव से इस सम्पति का लेखा-जोखा मांगा है, लेकिन फिलहाल वह कुछ भी नहीं बता पाए हैं। टीम की छापामार कार्यवाही जारी है।
तीन बार पहुंची टीम फिर भी नहीं खोला दरवाजा
ईओडब्ल्यू टीम को पिछले दिनों शिकायत मिल रही थी कि समिति प्रबंधक माधुरी शरण के पास आय से अधिक संपत्ति है। टीम ने जब पता लगाया तो पता चला कि समिति प्रबंधक का बेटा प्रॉपर्टी का काम करता है इसीलिए ईओडब्ल्यू की टीम ने माधुरी शरण के घर प्रॉपर्टी खरीदने के बहाने पहुंची लेकिन माधुरी शरण को पहले ही अंदेशा हो गया तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। कुछ देर बाद दूसरी बार टीम के अन्य सदस्य बेटे को पूछने के बहाने पहुंचे बावजूद इसके घर के किसी सदस्य ने दरवाजा नहीं खोला तब तीसरी बार टीम अपनी पहचान बताते हुए रेट डालने की बात कहते हुए भार्गव के घर पहुंची तब भी उसने गेट नहीं खोला।
अशोक के पेड़ सहारे पड़ोसी के घर से पहुंच डाली रेड
ईओडब्ल्यू की टीम को पहुंचे हुए कई घंटे हो गए । टीम दरवाजा खुलवाने के लिए सारे हथकंडे आजमाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला पाई । तब तीसरी बार टीम के सदस्य सच्चाई बताते हुए कोर्ट का सर्च वारंट दिखाया बावजूद इसके माधुरी शरण भार्गव ने घर का दरवाजा नही खोला। रेड डालने आई टीम के कुछ सदस्य माधुरी शरण भार्गव के मकान के बगल में लगे एक अशोक के पेड़ के सहारे पड़ोसी की छत पर गए और फिर माधुरी शरण भार्गव के मकान में पहुंचे और रेड डाली।
कई घर,दुकान सहित बेसकीमती प्लाट
ईओडब्ल्यू इस छापामार कार्रवाई के दौरान पता लगा कि भार्गव जी कॉलोनी में रहते हैं वहां उनके दो मकान तो आमने सामने ही हैं साथ ही दूसरे मोहल्लों में 2-3 मकान हैं जिन्हें वह किराए पर दे रखे हैं। इतना ही नहीं फतेहपुर रोड पर बेशकीमती प्लाट पर कमर्शियल दुकान का निर्माण कराया जा रहा है तो वहीं ग्वालियर बायपास पर करीब एक करोड़ रुपए से अधिक कीमत की टाइल्स की दुकान भी है। भार्गव अपने रिश्तेदारों के नाम पर कई करोड़ों की जमीन नाम कर रखें इसकी भी जानकारी सामने आई है