पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया,अज्ञात युवती का दफनाया गया शव पुलिस ने बरामद किया था
झारखंड के मेदिनीनगर में रिश्ते को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां सगी दो बड़ी बहनों ने अपने 5 साल छोटी नाबालिग बहन सें जिस्मफरोशी करवाना चाहती थी लेकिन जब नाबालिक ने बड़ी बहन का विरोध करते हुए देह व्यापार के लिए राजी नहीं हुई तो वह अपने दो प्रेमियों के हवाले कर दिया जहां दोनों प्रेमियों ने लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इस बीच उन्हें लगा कि शायद वह पुलिस में उनके खिलाफ रिपोर्ट ना दर्ज करा दे। इसी डर से दोनों प्रेमी मिलकर रेप करते हुए नाबालिक की गला दबाकर हत्या कर दी।
बता दें कि झारखंड के मेदिनीनगर में सात महीने पहले हाउसिंग कॉलोनी में सत्संग मंदिर के पीछे सोनार बांध के पास एक अज्ञात युवती का दफनाया गया शव पुलिस ने बरामद किया था। जहां न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को बाहर निकालते हुए पीएम करवाते हुए शव का अंतिम संस्कार किया गया। चार दिन बाद युवती की पहचान संतोषी कुमारी (17) पिता स्व प्रेमचंद चन्द्रवंशी के रूप में हुआ था.पुलिस इस पूरे मामले को पहले हत्या मानकर जांच शुरू की लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पता चला कि नाबालिक के साथ दुष्कर्म भी हुआ है इस बीच पुलिस को पता लगा कि मृतक की बहन जिस्मफरोशी के धंधे में लगी है। इस मामले में पुलिस ने मृतका की बहन, जीजा और बहन के आशिक को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया है. जबकि उसका एक साथी फरार है।
बड़ी बहन नाबालिक से कराना चाहती थी देह व्यापार झारखंड मे मेदिनीनगर में सात महीने पहले लापता हुई 17 वर्षीय युवती के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक, युवती की बड़ी बहन उसे देह व्यापार में धकेलना चाहती थी। बड़ी बहन जबरन उसे ग्राहकों को पास भेजती थी। लेकिन जब छोटी बहन ने देह व्यापार करने से मना किया तो उसने अपने प्रेमी के हवाले कर दिया जहां प्रेमी ने दुष्कर्म करने पर युवती की हत्या कर दी गई और शव को दफना दिया गया। हत्या के कई दिनों बाद पुलिस ने शव को बरामद किया, युवती की पहचान के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें हत्या की पुष्टि हुई।
हत्या के बाद शव को दफनाया पुलिस पहले इसे आत्महत्या का मामला मान रही थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरे मामले को बदल दिया. पुलिस को शव सड़े-गले हाल में मिला था. जिस कारण इसका पोस्टमार्टम एमएमसीएच में न होकर रिम्स में हुआ.पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के सिर में चोट लगने की बात कही गई है. जबकि जब शव का पहचान हुआ तब उसकी बहनों ने फांसी लगाने की बात कही थी. 21 मार्च को उसकी हत्या कर शव को जमीन में गाड़ दिया गया था. 26 मार्च को शव का पैर बाहर दिखने पर पुलिस को जानकारी हुई और 30 मार्च को मृतका की बहन रम्भा ने थाना पहुंचकर पुलिस को उसकी पहचान बताई थी.
बहन ने पुलिस को बताई आत्महत्या हत्या के कई दिनों बाद मृतक युवती का एक पैर जमीन से बाहर निकला दिखा। इसके बाद पुलिस ने कब्र खुदवाकर शव को बाहर निकाला और शव की पहचान की गई। पहचान होने के बाद राखी व अन्य साथियों ने आत्महत्या की कहानी पुलिस को सुनाई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने पूछताछ शुरू की और हत्या की पुष्टि हुई।पुलिस के गिरफ्त में आने वालों में मृतका की दो बड़ी बहन राखी देवी (30),रूपा देवी (25),रूपा का पति धनंजय अग्रवाल उर्फ नन्हकू (30) और हमीदगंज का रहने वाला प्रताप कुमार सिंह उर्फ कारू शामिल है.एक अपराधी हमीदगंज का नीतीश फरार है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में SDOP ने किया खुलासा
रविवार को शहर थाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सदर एसडीओपी के विजय शंकर ने बताया कि मृतका नाबालिक संतोषी पांच बहनों में चौथे नंबर पर है. इनके माता-पिता का निधन काफी समय पहले हो चुका है. संतोषी बड़ी बहन राखी के साथ सुदना में रहती थी. राखी देह व्यापार करती है. इस काम में उसका साथ बहन रूपा का पति धनंजय देता है. राखी और धनंजय नाबालिक मृतिका को भी जिस्मफरोशी के धंधे में उतारना चाहते थे उसे जबरन आए दिन अन्य ग्राहकों के पास भेजते थे बहनों का विरोध हुआ है कई बार कर चुकी थी इसी बीच मृतिका का एक लड़के से प्रेम प्रसंग हो गया और वह अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी और उसके घर रहना चाह रही थी। यह बात बहन राखी को नागवार गुजरी तो उसने अपने दो आशिक प्रताप और नितेश को अपनी सगी छोटी बहन के पीछे लगा दिया। राखी के दोनों आशिक अपनी गंदी नजर अब संतोषी के ऊपर पढ़ चुकी थी वह संतोषी से भी शारीरिक संबंध बनाना चाहते थे बड़ी बहन अपने दोनों आशिकों को छोटी बहन से संबंध बनाने के लिए पूरी मदद करने लगी। हत्या के दिन प्लान के मुताबिक राखी घर में नहीं थी प्रताप व नीतीन ने मृतिका को अकेला पाकर दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद दोनों आरोपियों ने संतोषी की गला दबाकर हत्या कर दिया और उसे फांसी के फंदे में लटका दिया राखी जब घर आई तो देखा कि बहन मर गई है। उसने यह पूरी घटना अपनी बहन रूपा और उसके पद धनंजय को बताई जहां धनंजय ने अपने एक परिचित शैंपू वाले को बुला लिया और पांचों को शव को लेकर हाउसिंग कॉलोनी पहुंच गए जहां रूपा के घर मृतिका के कपड़े बदले गए और उसे सुनसान जगह ले जाकर दफना दिया राजनीति स्नेह सभी से कहा था कि पुलिस को खबर करने पर पड़ जाएंगे नितेश ने शव दफनाने के बाद सभी को पैसा देकर रांची भेज दिया था।