सागर — पगारा रोड स्थित नगर निगम की स्लाटर हाऊस की भूमि पर सागर से भाजपा के पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण के पुत्र तथा भाजपा नेता सुधीर यादव व अन्य के द्वारा धोखाधड़ी पूर्वक फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपए की जमीन हड़पने को लेकर एफ आई आर दर्ज की गई है। पुलिस ने सभी पर फर्जी दस्तावेज/रजिस्ट्री तैयार करा संपत्ती को छल/बेईमानी पूर्वक अवैध लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से अपने स्वामित्व की भूमि बताकर,कब्जे में लेने के मामले में मोतीनगर पुलिस ने पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव के पुत्र भाजपा नेता सुधीर यादव के खिलाफ धारा 420, 447, 467, 468 एफआईआर दर्ज की है। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया
गौरतलब है कि शुक्रवार को निगमायुक्त आरपी अहिरवार के निर्देश पर सहायक आयुक्त सहायक इंजीनियर रमेश चौधरी, अतिक्रमण प्रभारी दलबल के साथ पगारा रोड स्थित पुराने स्लाटर हॉउस की जमीन पर कथित अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे तो सुधीर यादव ने रजिस्ट्री की छायाप्रति दिखाई। जिसमें खसरा नंबर 216/2 रकवा 0.15, खसरा नंबर 217/3 रकवा 0.06 एवं ललई टोरी खसरा नंबर 60/2 रकवा 0.22, ललई टोरी खसरा नंबर 61/2 रकवा 0.30 कुल रकवा 0.73 डिसमिल जमीन है। जबकि उक्त भूमि नगर निगम द्वारा खरीदी गई थी। लेकिन आरोपीगणों ने उसे छलपूर्वक अपने नाम की है। इस जमीन की वर्तमान कीमत करीब 4 करोड़ है जेसीबी से जैसे ही कार्रवाई प्रारम्भ की तो मौके पर दुकानदार व दर्जनों लोगों की भीड़ जमा हो गई। आरोप है कि भीड़ ने इंजीनियर रमेश चौधरी को हाथ पकडकऱ बैठा लिया। बाद में भीड़ ने रमेश चौधरी को मामले का निराकरण करने की शर्त पर छोड़ा।
मामले की जानकारी प्रशासन को लगने के बाद जिला प्रशासन, निगम प्रशासन , राजस्व विभाग व पुलिस विभाग के अधिकारियों ने भारी पुलिसबल तैनात कर शाम को दोबारा कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाकर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। सुधीर यादव का विवादों से पुराना नाता रहा है जब सुधीर यादव के पिता लक्ष्मी नारायण यादव सांसद थे तब इन्होंने राजा भोज विमानतल भोपाल में जमकर हंगामा किया था जिसमें पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा था इसके साथ ही जब यह भाजपा के टिकट पर सुरखी विधानसभा से चुनाव लड़े थे तब इनसे कांग्रेस के तत्कालीन प्रत्याशी तथा वर्तमान राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का भी विवाद हुआ था। सुरखी से विधानसभा चुनाव हारे भाजपा प्रत्याशी सुधीर यादव ने कहा कि पार्टी ने मुझे देर से चुनाव मैदान में उतारा। उन्होंने हार का कारण भितरघातियों को बताया और कहा कि इसकी सजा सिर्फ मौत है। उन्होंने कहा कि यदि 20-25 दिन पहले टिकट मिल जाता तो परिणाम कुछ और होते।