ग्वालियर — कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने मंगलवार को वितरवार तहसील में अधिकारियों व कर्मचारियों का टीकाकरण करने के उद्देश्य से समीक्षा बैठक की, जिसका एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में कलेक्टर ने अधिकारियों को फांसी देने की धमकी दी। जब कर्मचारी ने इस स्थिति की जानकारी दी तो कलेक्टर ने कहा, ”क्या आपने टीकाकरण के लिए कैंप लगाया है?” एडीएम ने शिविर नहीं लगवाया तो उनके यहां आपने धरना दिया या नहीं. जब कर्मचारी कुछ कहने लगा तो कलेक्टर ने कहा कि मुझे मतलब नहीं है अगर एक भी टीका नहीं छूटना चाहिए नहीं तो मैं फांसी पर टांग दूंगा.
इस बात पर कही बात
ग्वालियर में 16 दिसंबर को 62 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है। इस दिन सुबह 8 बजे से टीम केंद्र व घर-घर जाकर पहली व दूसरी खुराक देगी. कलेक्टर मंगलवार देर रात अभियान को लेकर अधिकारियों से रूबरू होते हुए आमने-सामने बात कर रहे थे। इस बीच कलेक्टर अंदर ही अंदर अधिकारियों से नाराज हो गए। दरअसल यहां 153 लोगों का टीकाकरण किया जाना था, लेकिन चार दिन बाद भी लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। केवल 98 लोगों का वैक्सीनेशन करने का ऑनलाइन फीड देखा। इस पर कलेक्टर भड़क गए। इस वीडियो में कलेक्टर कहते हुए दिख रहे हैं कि टीका लगाने के लिए आपने शिविर लगाया नहीं. एडीएम ने शिविर नहीं लगवाया तो उनके यहां आपने धरना दिया या नहीं. जब कर्मचारी कुछ कहने लगा तो कलेक्टर ने कहा कि मुझे मतलब नहीं है अगर एक भी टीका नहीं छूटना चाहिए नहीं तो मैं फांसी पर टांग दूंगा.
ग्वालियर कलेक्टर तुगलकी फरमान बोलें – मुझे कोई मतलब नही है,एक भी टीका छूटा तो फांसी पर टांग दूंगा pic.twitter.com/6Mdyrrnptq
— vindhyanews (@vindhyanews_in) December 15, 2021
सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए कलेक्टर
कलेक्टर का ये वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। लोगों का कहना है कि गांव-गांव काम करने वाली टीकाकरण टीम में आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और निचले स्तर की कार्यकर्ता शामिल हैं. हर दिन ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पढ़ना है। ऐसे मौके पर कलेक्टर पीठ थप्पथपाने की बजाय उसे फांसी देने की बात कर रहे हैं। इस संदर्भ में मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने भी भाजपा सरकार की गलत नीति को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि कलेक्टर के बयान ने जंगल राज की तस्वीर पेश की.