छतरपुर- हर मां-बाप का सपना होता है कि अपने बेटे की शादी बड़े धूमधाम के साथ करेगा लेकिन कोरोना वायरस के कारण देशभर में लगे लाक डाउन के चलते कई शादियां निरस्त हो गई यह परिस्थितियों के हिसाब से बदल गया। एक ऐसी ही शादी छतरपुर में देखने को मिली जहां एक परिवार में मां-बाप ने छतरपुर से वीडियो कॉल में शादी देखा व ऑनलाइन आशीर्वाद दिया। बैंगलुरू में एक-दूसरे के हुए शशांक और रश्मि लॉकडाउन के चलते वीडियो कॉल के माध्यम से हुई शादी।
मिली जानकारी के मुताबिक छतरपुर के शांतिनगर कॉलोनी में रहने वाले सब इंस्पेक्टर केपीएस परिहार ने बैंगलुरू में रह रहे अपने बेटे शशांक की शादी वीडियो कॉल के माध्यम से करा दी। साथ हीकेपीएस परिहार और उनकी पत्नि ने ऑनलाइन अपने बेटे और बहू को आशीर्वाद दिया।
कम्प्यूटर पर पंडित जी के मंत्रोच्चार के साथ शादी की रस्म हुई पूरी
पुलिसकर्मी और स्वास्थ्यकर्मी इन दिनों अपनी सेवाओं को सबसे ऊपर रख रहे हैं। इसी तरह का उदाहरण छतरपुर के सब इंस्पेक्टर केपीएस परिहार ने पेश किया है। जहां बेटे शशांक और रश्मि की शादी करीब 6 माह पहले ही तय हो गई थी साथ ही ज्योतिष कारणों के चलते यह शादी एक साल तक नहीं बन रही थी इसके चलते ऑनलाइन विवाह का फैसला लिया गया।
यह है कहानी पुलिस कप्तान कुमार सौरभ के रीडर एवं पूर्व यातायात प्रभारी केपी सिंह परिहार के दो बेटे बेंगलुरू में इंजीनियर हैं। पिट स्टॉक कंपनी में इंजीनियर छोटे बेटे शशांक परिहार की शादी बेंगलुरू में ऐमेजॉन कंपनी में कार्यरत इंजीनियर रश्मि से तय हुई।लॉकडाउन में विवाह में तमाम समस्याएं थीं तो अगले वर्ष शादी टालने में लालदान लग रहा था लिहाजा परिहार परिवार ने लॉकडाउन का पालन करते हुए ही वैवाहिक रस्में पूरी कराने का निश्चय किया। 04 मई को मंडप, 05 मई को मातृका पूजन उपरांत 06 मई को उपनिरीक्षक केपी सिंह परिहार ने शहर के शांतिनगर कालोनी में रहने वाले पंडित अखिलेश पाठक को अपने छत्रसाल नगर स्थित निवास पर बुलाया और बेंगलुरू में रहने वाले बेटे शशांक की ऑनलाइन शादी संपन्न कराई।
श्री परिहार का कहना था कि वह पुलिस अधीक्षक के रीडर है कई अपराधों की समीक्षा देखरेख की जिम्मेदारी उनकी रहती है इस समय देश बड़ी विपदा से लड़ रहा है। इसलिए पहले उन्होंने पुलिस विभाग के कर्तव्य को प्राथमिकता दी है।वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न होने के बाद सब इंस्पेक्टर केपी सिंह परिहार, उनकी धर्मपत्नि सरोज ने बेटे और वधू को ऑनलाइन आशीर्वाद प्रदान किया। शादी के दौरान शशांक के बड़े भाई एवं बैंगलुरू में ही इंजीनियर मयंक वहां मौजूद रहे।
3 Comments
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