डबरा– वैश्विक महामारी के चलते पूरा देश लाक डाउन कर दिया गया है ऐसे में मजदूरों को दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही है। जिस कारण मजदूर अब अपने घरों की ओर रुख कर दिया है। कुछ ऐसा ही दिखा डबरा दतिया के सिंध नदी पुल पर। डबरा और दतिया के सिंध नदी पुल पर स्थित दो जिलों की सीमाओं पर बैठे सैकड़ों मजदूरों उनके साथ छोटे-छोटे बच्चों को लेकर पहुंचे तो वहां का नजारा है वीभत्स हो गया। इस दौरान सोशल डिस्टेंस का दूर-दूर तक नामोनिशान नहीं था। मजदूरों ने दतिया और ग्वालियर जिले की सीमा के बीच पड़ने वाले सिंध नदी पुल पर बैठकर चक्का जाम कर दिया मजदूरों का कहना है कि वह सैकड़ों किलोमीटर दूर से पैदल चल अपने घरों के लिए जाने को निकले हैं लेकिन यहां तक उन्हें किसी ने नहीं रोका जबकि अब दतिया पुलिस उन्हें अपनी सीमा में प्रवेश नहीं करने दे रही है मजदूरों के साथ गृहस्थी के समान के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चे भी हैं जो भूख और प्यास से इस तेज धूप में बिलखते हुए साफ देखे गए हैं। मजदूर अपने घर जाने की जिद पर अड़े हैं वह प्रशासन की किसी बात को मानने को तैयार नहीं थे लेकिन समझाने के बाद वह मान गए।
प्रवासी मजदूरों द्वारा nh-75 को जाम करने की सूचना पर डबरा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस उमेश सिंह तोमर और तहसीलदार नवनीत शर्मा मौके पर पहुंचे उन्होंने मौके पर पहुंचकर मजदूरों को समझाइश दी और एक विद्यालय में मजदूरों को ठहरने की व्यवस्था की है वहीं अब डबरा प्रशासन का कहना है कि सभी मजदूरों के चेकअप करा कर जो मजदूर जिस जगह जाना चाहते हैं उन्हें बसों द्वारा उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी फिलहाल मजदूरों को एक शासकीय विद्यालय में रुकाया गया है।
नहीं दिखा सोशल डिस्टेंस— देश सहित प्रदेश में लोगों को सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए कहा जा रहा है साथ ही जन जागरूकता के भी प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन सिंध पुल पर प्रवासी मजदूर सहित अन्य लोगों ने जमकर धज्जियां उड़ाई। यहां का दृश्य काफी वीभत्स था प्रशासन ने भी प्रवासियों को सोशल डिस्टेंस बनाए रखने में नाकाम रहा अब यदि यहां से को रोना पॉजिटिव की संख्या बढ़े तो आश्चर्य नहीं होगा।