मंडला. जाके पाँव न फटी बिवाई,वो क्या जाने पीर पराई’ अर्थात् जब तक खुद को दर्द ना हो तब तक दूसरे के दर्द की तीव्रता का एहसास नहीं हो पाता है। कोविड-19 के चलते देशभर में लाक डाउन है।लॉक डाउन ने मजदूरों की कमर तोड़ दी है। जिन मजदूरों ने ग्राम पंचायतों में शासकीय कार्य किए हैं उनका समय पर भुगतान नहीं हो रहा। काम न मिलने और पैसे की तंगी के बाद मजदूरों का सब्र टूटने लगा है और भूख से बिलखते अपने बच्चो को देखकर वे शासकीय अधिकारियों से काम के पैसे नहीं दिए जाने पर मारपीट पर भी उतारू हो जा रहे हैं।
ऐसा ही मामला निवास जनपद के ग्राम पंचायत भीखमपुर में सामने आया है। जहां मनरेगा के तहत खेत में कार्य कर रहे मजदूरों ने सब इंजीनियर #अरविंद मिश्रा को बंधक बना लिया। इतना ही नहीं जब पंचायत के सरपंच #लखन गोटिया, #सुपरवाइजर #विरेन्द्र पाण्डेय और रोजगार सहायक #बिहारी लाल समझाने पहुंचे तो उन्हें भी बंधक बना लिया गया। तीन लोगों को महुआ के एक पेड़ में बांध कर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल भी कर दिए। जैसे ही घटना की जानकारी स्थानीय प्रशासन को लगी तो हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई।
खबर लगते ही एसडीएम ने तत्काल निवास थाना प्रभारी जयवंत सिंह को सूचना दी। थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ भीखमपुर पहुंच गए। ग्रामीणों को काफी समझाने के बाद मजदूरी भुगतान कराने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने तीनो को बंधक मुक्त कर दिया।
यह है मामला
बताया गया कि भीखमपुर में खेत में मनरेगा के तहत कार्य चल रहा था। बुधवार को मनरेगा के तहत प्रहलाद गोंटिया के खेत में मेढ़ बंधान का कार्य चल रहा था। उसका निरीक्षण करने सब इंजीनियर अरविंद मिश्रा पहुंचे थे। उन्हें देखकर मजदूर आक्रोशित हो गए और उन्होंने 6 साल पुराने मेढ़ बंधान की मजदूरी का भुगतान कराने की मांग की। लेकिन कोई आश्वासन न मिलने पर मजदूरों ने सबइंजीनियर सहित सभी को पेड़ से बांध दिया। मजदूरों को अपना खून पसीना एक कर मेहनत के बाद भी मेहनताना न मिलने पर वो क्रोधित हो गऐ। उस दौरान मजदूरों को समझाने सरपंच,रोजगार सहायक व सुपरवाइजर मौके पर पहुंचे तो आक्रोशित मजदूर इन तीनों को भी मजदूरी भुगतान ना होने का जिम्मेदार मानते हुए चारों को एक महुआ पेड़ से बांधकर बंधक बना लिया.
घटना की जानकारी लगने के बाद निवास थाना प्रभारी #जसवंत कोकड़िया व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष #संजीत पाण्डेय पहुंच मजदूरों की समस्याएं सुनी। बताया कि कुछ मजदूरों का काफी पुराना भुगतान बाकी है। जिसके निराकरण का आश्वासन दिया गया है। तब कहीं जाकर मजदूरों ने बंधक बनाए सब इंजीनियर, रोजगार सहायक, सरपंच सहित सुपरवाइजर को छोड़ा। मजदूरों ने मेढ़ बंधान की मजदूरी न मिलने पर ग्राम पंचायत भीकमपुर में सरपंच लखन गोंटिया, सब इंजीनियर अरविंद मिश्रा व सहायक सचिव बिहारी लाल और सुपरवाइजर चारों को महुआ के पेड़ में रस्सी से बांध दिया।
इनका कहना है
शासकीय कर्मचारियों के साथ अभद्रता सही नहीं है,
मजदूरों को उनके कार्य की मजदूरी नहीं मिली थी, जिससे उन्होंने चारों को बंधक बना लिया। सूचना के बाद हम लोग मौके पर गए समस्या सुनी और आश्वासन देकर सभी को छुड़वाया। जसवंत कोकड़िया,थाना प्रभारी निवास