छिंदवाड़ा —पूरे देश में जारी लॉकडाउन के बीच मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में जगह-जगह चस्पा जिनमें राज्य के #पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता #कमलनाथ और उनके बेटे व सांसद #नकुल नाथ के गुमशुदगी के पोस्टर चर्चा का विषय बने रहे है। इन पोस्टरों में फोटो के ऊपर गुमशुदा की तलाश लिखा है जबकि फोटो के नीचे #छिंदवाड़ा की जनता इस संकटकाल में इन्हें ढूंढ रही है जो इन्हें छिंदवाड़ा लाएगा उन्हें #21000 का नगद इनाम दिया जाएगा.इसके साथ ही पोस्टर पर हिंदी फिल्म के एक गीत की पंक्ति #’चिट्ठी न कोई संदेश’ ‘जाने वो कौन सा देश’ ‘जहां तुम चले गए’ भी लिखी हुई थी।
बता दें कि छिंदवाड़ा को कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। इस क्षेत्र में कमलनाथ की अच्छी पकड़ है और वह फिलहाल यहां से विधायक हैं। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके बेटे ने यहां से जीत दर्ज की थी। क्षेत्र में इस तरह के पोस्टर लगने से कांग्रेश कार्यकताओं के लोगों ने इसका विरोध किया है। कार्यकर्ताओं का कहना है इस तरह के पोस्टर लगाना गलत हैं।
छिंदवाड़ा में कई जगह जगह इन पोस्टर में दोनों की तस्वीर भी है। इसमें लिखा है, ‘ऐसे संकट के समय में छिंदवाड़ा की जनता अपने लापता विधायक और सांसद को ढूंढ रही है। जो उन्हें यहां लेकर आएगा उसे 21 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।’ इसके साथ ही पोस्टर पर हिंदी फिल्म के एक गीत की पंक्ति ‘चिट्ठी न कोई संदेश’ भी लिखी हुई थी।
गुमशुदगी के लगे पोस्टरों को लेकर जहां कांग्रेसी से बीजेपी की ओछी व संकीर्ण मानसिकता वाली सोच बता रही है साथ ही आरोप लगाया है कि प्रदेश की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी विधानसभा में अब तक कितनी बार गए हैं यह भी बताएं तो वही बीजेपी का कहना है कि पूर्व सीएम कमलनाथ वह नकुल नाथ कांग्रेश के अंतर कलह से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं सिर्फ चुनाव में वोट मांगने वह अपने विधानसभा में पहुंचेंगे। क्षेत्र की जनता से उन्हें कोई सरोकार नहीं है।