shaista parveen : (Manoj Kumar) अतीक अहमद और शाइस्ता परवीन की काली करतूत काफी समय से सुर्खियों में (Black act of Atiq Ahmed and Shaista Parveen in headlines for a long time) है, लेकिन आज हम बात कर रहे हैं अतीक की माफिया के अलावा दूसरी दुनिया यानी प्यार मोहब्बत की दुनिया की(Apart from Atiq’s mafia, the other world i.e. the world of love)। अपराधी कितना भी खतरनाक क्यों न हो, लेकिन उसके दिल में अपनों के लिए प्यार है। अतीक अहमद और शाइस्ता परवीन की लव स्टोरी भी कुछ ऐसी (The love story of Atiq Ahmed and Shaista Parveen is also like this)ही है, जहां प्यार, प्यार, लाड़ प्यार, तोहफे, कसमें, वादे सब कुछ था.
shaista parveen : इस प्रेम कहानी को जानने के लिए 27 साल पीछे जाना होगा। 1996 की बात है अतीक अहमद अपराध के काले कारनामों को राजनीति के सफेद कपड़ों से ढक रहे थे. वह कई साल विधायक रहे। उम्र करीब 34 साल थी। चकिया में उनका बड़ा नाम था। अतीक के लिए घर में कई रिश्ते आने लगे, इन्हीं रिश्तों में से एक रिश्ते का नाम शाइस्ता परवीन था। वैसे तो अतीक के रिश्ते काफी समय से बन रहे थे, लेकिन अतीक को कोई भी रिश्ता बिल्कुल पसंद नहीं था। शादी की उम्र हो चुकी थी परिजन चाहते थे कि अतीक की शादी जल्द से जल्द हो जाए।
चकिया से शुरू हुआ माफिया का बेगम से प्यार
शाइस्ता परवीन का परिवार प्रयागराज के दामूपुर में रहता था। पिता पुलिस में कार्यरत थे। शाइस्ता के 6 भाई-बहन थे। शाइस्ता समेत 4 बहनें और 2 भाई हैं। शाइस्ता के पिता अतीक के परिवार को पहले से जानते थे। तो बस पहुंच गए शाइस्ता का अतीक के लिए रिश्ता लेकर। जब अतीक के परिवार ने अतीक को मामले की जानकारी दी तो चकीर डॉन लड़की को देखने के लिए राजी हो गया।
पहली नजर में पसंद आ गई थी ग्रेजुएट शाइस्ता
शाइस्ता तब ग्रेजुएशन कर रही थीं। किदवई गर्ल्स इंटर कॉलेज से 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन में एडमिशन लिया। शाइस्ता घर के काम में निपुण थी और पढ़ाई में भी टॉपर थी इसलिए उसके पिता ने उसे पढ़ने से नहीं रोका। अतीक का परिवार शाइस्ता के घर पहुंचता है। अतीक विधायक थे, लेकिन उनकी पढ़ाई-लिखाई बहुत खराब थी. केवल 8वीं पास पत्नी को स्नातक पाकर खुशी जब शाइस्ता अतीक से मिलती है, तो अतीक उसे पहली नजर में पसंद कर लेता है।
अतीक को शाइस्ता का गुस्से वाला अंदाज पसंद था
शाइस्ता काफी गुस्से में बताई जाती हैं। यह बात अतीक को भले ही पता थी लेकिन शाइस्ता का गुस्सैल अंदाज यूपी के इस डॉन को भा गया था। कुछ महीने ऐसे ही बीत गए और फिर 2 अगस्त 1996 को अतीक और शाइस्ता ने शादी कर ली। पुलिस क्वार्टर में रहने वाली शाइस्ता अतीक के काले कारनामों से बने महल की दुल्हन बन गई। अतीक अपराध के बाद अपराध करता रहा और उसकी पत्नी शाइस्ता घर की चार दीवारी के भीतर से उसकी मदद करती रही।
अतीक शाइस्ता से पूछकर ही लेता था बड़े निर्णय
अतीक और शाइस्ता के एक के बाद एक पांच बेटे हुए। पुत्रों के नाम अली, उमर, असद, अहसान और अबान थे। अतीक अहमद बेशक दुनिया के लिए एक डॉन था, लेकिन लेकिन शाइस्ता के हर नाज, हर नखरे को उसने उठाया। वह शाइस्ता परवीन के गुस्से को जानता था। बेशक उत्तर प्रदेश में इस डॉन का दबदबा था, लेकिन घर में शाइस्ता का राज था।
अतीक का एक गिफ्ट शाइस्ता कभी नहीं भूल पाएगी
शाइस्ता को खुश करने के लिए अतीक अक्सर महंगे तोहफे देता था। काली कमाई से घर में कभी पैसों की कमी नहीं होती थी, इसलिए डॉन बेगम को खुश रखने में जरा भी नहीं हिचकिचाते थे। अतीक ने शाइस्ता को बहुत महंगा तोहफा दिया, लेकिन शाइस्ता को जो एक तोहफा सबसे ज्यादा पसंद आया वो था कोल्ड स्टोरेज। हां, कोल्ड स्टोरेज वह है जिसे शाइस्ता गोल्ड स्टोरेज कहते थे। ये कोल्ड हाउस झूसी के अंदावा में था, जिसके मालिक अतीक ने जबरदस्ती अपनी बेगम का नाम रख दिया था. इस कोल्ड स्टोर से शाइस्ता को हर साल करीब 3 करोड़ रुपए की कमाई होती थी। शाइस्ता ने इस तीन करोड़ रुपए का इस्तेमाल अपने निजी खर्चे के लिए किया।
अतीक-शाइस्ता की लव स्टोरी का बुरा अंजाम
अतीक की मौत के बाद कई थ्योरी सामने आ रही हैं कि उनकी जिंदगी में कोई और महिला थी, लेकिन अतीक की जिंदगी में ऐसा कोई नाम नहीं आया। शादी, पार्टी शाइस्ता और अतीक की प्यार भरी तस्वीरें कई जगहों से सामने आती हैं। शाइस्ता भी हर परिस्थिति में अतीक का साथ देती हैं। एक पुलिसवाले की बेटी होने के नाते वह अपने पति के रंग में इस कदर मग्न थी कि गलती की पहचान ही भूल गई, जिसका परिणाम अब सबके सामने है.
