wedding revenge trend – भारत में महिलाओं ने शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में खूब तरक्की की लेकिन अभी भी शादियों में दहेज की समस्या यथावत बनी हुई है. पिछले दशकों(last decades) में लगातार बने काले कानूनों के बावजूद भी इसे रोकने में कामयाबी नहीं मिल सकी अब सुप्रीम कोर्ट ने दहेज निरोधक कानून पर पुनर्विचार की भी जरूरत बताई है.
wedding revenge trend – ताकि देश में शिक्षा का प्रचार पसार और समाज के लगातार आधुनिक होने के बावजूद दहेज प्रथा पर अंकुश लगाया जा सके.शादी विवाह में दिए और लिए जाने वाले दहेज (Dowry)को लेकर लंबे समय से बहस होती आ रही है दहेज को कुप्रथा बताया जाता है. इसके लिए कड़े कानून भी बनाए गए हैं लेकिन इन सब के बावजूद शादियों में दहेज के लेन-देन पर रोक नहीं लग पाई है.
हां कानून के बनने के बाद दहेज का लेनदन का स्वरूप जरूर बदला है. कहीं माता-पिता की इच्छाओं के रूप में तो कहीं भव्य शादियों के रूप में चलन हो गया है. सरकारी लड़के या फिर बिजनेस क्लास के लड़कों की तो बोली लगती है. हालांकि इस विकृत के बीच कुछ परिवार ऐसे भी हैं जहां सिर्फ लड़की और परिवार देखकर शादियां तय जा रही हैं यह सुखद संदेश है.
बता दें कि दहेज के बदलते स्वरूप पर हमने पिछले कुछ दिनों में कई परिवार के बच्चों की शादियों को लेकर बात की. साथ ही मैरिज काउंसलर वह परिवार परामर्श समिति के पास आने वाले मामलों को भी देखने के बाद अब इस निष्कर्ष पर यह रिपोर्ट बयां करती है.. इस रिपोर्ट से समाज के लोगों के चेहरों को बेनकाब करती है…
लव कम अरेंज मैरिज में परिवार की आती है ख्वाहिशें .wedding revenge trend
यदि आपको लगता है कि लव मैरिज में दहेज का चलन नहीं है तो आप बिल्कुल गलत है. रीवा संभाग में एक रिसोर्ट में एक शादी होनी है.लव मैरिज को अरेंज किया जा रहा है लड़के ने अभी एक छोटा सा बिजनेस शुरू किया है और परीक्षा की तैयारी कर रहा है. लड़की के पिता का कहना है कि अब कोई दहेज नहीं मांगता मेरी बेटी के होने वाले ससुर की एक शादी की शादी भव्य तरीके से होनी चाहिए उनकी मर्जी के मुताबिक जगह तय हुई, खाना पीना सही डेकोरेशन उन्हीं के मुताबिक हुआ. लड़की के पिता ने बताया कि बेटी के ससुराल वालों को कुछ नहीं चाहिए सिर्फ एक गाड़ी की मां की है. जेवर तो आप देंगे ही हमारे यहां घुड़चढ़ी के वक्त लड़कों को सोना देने की परंपरा है सो निभा दीजिए.
लड़की के पिता ने बताया कि ससुराल वालों को दहेज तो नहीं दिया लेकिन सब उनके बताओ तिलक में कैसे रखना पड़ा. क्योंकि समाज को भी दिखाना है कि हमारे बेटे की शादी जहां हो रही है वह खाते पीते घर के हैं वही रिश्ते नातेदार सभी को विदाई के दौरान गिफ्ट देने की बात कही है.
सरकारी नौकरी वाले लड़की की लगती है बोली . wedding revenge trend
वरिष्ठ पत्रकार मुकेश गुप्ता ने बताया कि हमारे समाज में भले ही लड़का और लड़की दोनों नौकरीपेशा है. और प्राइड जॉब वाले हैं लेकिन इनकी शादियां आज भी सामान्य खर्चों पर होती है. मांगों को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं होता पर बिजनेस क्लास और सरकारी नौकरी वालों ने आज भी बोली लगती है. बिजनेस क्लास और सरकारी नौकरी वाले लड़कों 2500000 से लेकर 10000000 रुपए तक चल रही है. उन्होंने बताया कि हमारे बीच बेटी के पिता ने सरकारी पर चुना तो उनको अपनी पुश्तैनी 2 एकड़ जमीन बेचनी पड़ी तब कहीं जाकर वर पक्ष के मांग को पूरी कर पाए. सरकारी लड़के के लिए वह 5000000 की शादी करने को तैयार हो गए.
सरकारी नौकरी वाली लड़की ने चौंकने वाली कहीं बात . wedding revenge trend
₹100000 प्रति माह के पैकेज पर सरकारी नौकरी करने वाली युवती नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि मेरी शादी तय होते समय दहेज की कोई डिमांड नहीं की गई. लेकिन शादी तय होते ही ससुराल वालों ने गाड़ी जेवर कपड़े समेत अपनी कई ख्वाहिशों का पुलिंदा मेरे पिता पर रख दिया. उन्होंने कहा कि यदि लड़कियां पढ़ी लिखी है तो मांग कम होती है फिर भी शादी का पैकेज 25 से 30 लाख हो ही जाता है. गांव की तरफ देखा जाए तो लोग बेटी की खुशहाली के लिए अपनी पुश्तैनी जमीन तक भेज देते हैं और ससुराल पक्ष वालों की हर ख्वाहिश पूरी करते हैं.