Nita Ambani : इस साड़ी की विशेषता यह है कि यह 100 वर्षों तक पूरा नहीं होता शायद यही वजह है देश में जिनके पास बेशुमार दौलत है उन्हें यह साड़ी काफी अधिक पसंद है।
Nita Ambani : भारत में साड़ी का क्रेज आज भी बरकरार है। वेस्टर्न कल्चरल ड्रेस बढ़ने के बावजूद भी आज भी साड़ी को भारतीय महिलाओं की पहचान माना जाता है। शादी , रिसेप्शन, कल्चरल प्रोग्राम में सेलिब्रिटिओं सहित महिलाओं मैं हैंडलूम साड़ियों का काफी क्रेज है। जब बात देश के उद्योगपति मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी की आती है तो फिर बात ही अलग है।
नीता अंबानी को मशहूर हैंडलूम साड़ियां खूब पसंद है। इन साड़ियों को कुशल कारीगरों द्वारा 3 से 4 महीने में तैयार करने का समय लगता है और इसमें हीरे जवाहरात सहित सोने बारीक वर्क किया हुआ था। नीता अंबानी इस साड़ी में जहां खूबसूरत लग रही थी तो वही मेहमान भी उनसे नजरें नहीं हटा पा रहे थे और पलट पलट कर उन्हें और उनकी साड़ी को देख रहे थे।
नीता अंबानी अपने घर मे होने वाले किसी भी प्रोग्राम मे ट्रेदिश्नल् ड्रेस पहनति है. नीता को शादी या किसी अन्य और फ़्न्शन् मे साडी य लेहन्गा पहने देखा होगा. नीता अंबानी संदीप खोसला और अनामिका खन्ना के डिजाइन किये हुये कपडे ज्यादा पसंद करती है नीता खासतौर पर विवाह पट्टो साडी पहनति है. एक फैमली फंक्शन में उन्हों ने 55 लाख की साड़ी पहनी थी. उनकी साड़ी और उसकी कीमत दोनों चर्चा का विषय बन गई थी.
कुंदन के गहने
नीता को केवल परंपरागत कपडे ही नहीं बल्कि उसके साथ जूलरी पहने का भी बड़ा शौक है. नीता अम्बानी को कुंदन की हैवी जूलरी पहना बहुत पसंद है। उनकी एक रिंग की कीमत 5 से 7 लाख रूपए से शुरू होती है। बाकि जूलरी तो उनकी लाखो की आती है उनकी आज भी वही अंगूठी फेवरेट है जो मुकेश अम्बानी ने उन्हें प्रपोज़ करते वक्त पहनाई थी जिसकी कीमत 18700 रूपए है। जो आज भी नीता के लिए करोडो की है. Nita Ambani
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एक्सक्लूसिव लिपस्टिक
कपडे और जूलरी है नहीं नीता की लिपस्टिक भी लाखो की होती है दरसल नीता अम्बानी की लिपस्टिक स्पेसल आर्डर पर बनाये जाते है. जिसकी कीमत 40 लाख से शुरू होती है और में सोने चांदी की परत चढ़ी होती है. जो केवल खासतोर पर अम्बानी की बड़ी बहु के लिए बनाये जाते है.
नीता अंबानी की साड़ी पर जो कढ़ाई हुई है उसे सोने की तारों से कीया गया है. साथ ही आपको बता दें कि इस साड़ी पर स्टोन हीरा, रूबी और पुखराज के साथ साथ पर्ल और कोरल जैसी चीजों का भी इस्तेमाल किया गया है.इस साड़ी को चेन्नई के कांचीपुरम की बेहद ही मेहनती 36 महिला कारीगरों ने पूरे 1 साल में तैयार किया. इतना ही नहीं इस साड़ी पर साड़ी की साड़ी कढ़ाई हाथों से की गई है और बिल्कुल भी मशीन का इस्तेमाल नहीं किया गया है.