Shweta Tiwari : टीवी जगत की जानी – मानी श्वेता तिवारी जिन्होंने आज तक खुद से ही अपनी पहचान बनाई है, वैसे तो वो अपने लाइफ से बेहद खुश रहती है पर उनके कुछ ऐसे फैसले रहे जिसने उन्हें हमेशा दर्द ही दिया है, 43 साल की श्वेता तिवारी आज अकेली माँ हैं। उन्होंने अपने जीवन में दो बार शादी की। लेकिन उनकी दोनों शादियां का रिश्ता नहीं टिका और बहुत बुरी तरह टूट गईं और इस वक्त दोनों की शादी को लेकर मीडिया में खूब चर्चा विषय बना हुआ है. दोनों बार उन्हें अलग-अलग परिस्थितियों से गुजरना पड़ा. उन्हें अत्यधिक पीड़ा और कष्ट सहना पड़ा।अपनी किसी शादि वह खुश ना रह सकी इस बार उन्होंने कुछ बातो का खुलासा किया कि उन्हें कई बार धोखा मिल चुका है.लेकिन समय के साथ चलना सीख लिया और आज खुदके हिसाब से अपना जीवन व्यतीत कर रही है.
श्वेता तिवारी सोशल मीडिया पर अपनी बाते रखती नजर आई इनका कहना है कि वह अपने परिवार में अदर कास्ट में विवाह करने वाली पहली लड़की हैं। उन्होंने इस बात भी खुलासा किया कि घरेलू हिंसा के आरोपों और काफी कहा सूनी के बावजूद वह अपने पहले पति पलक के पिता राजा चौधरी को डाइबोर्स क्यों नहीं देना चाहती थीं। वही श्वेता ने इस बात का भी दावा किया है कि जिन लोगों पर वह आँख बंद करके भरोशा करती थी उन्ही लोगो पीठ पीछे धोखा दिया, वे उनके बहुत करीबी मित्र हैं। पर अब उन्होंने उन सभी लोगो को छोड़ दिया हैऔर अपने जिंदगी आगे बढ़ गई उन्हें काफी समय से अपनी गलती पर पछतावा हो रहा है। Shweta Tiwari
श्वेता तिवारी ने एक मीडिया हाउस से चर्चा करते हुए कहा, ‘जब आपको एक बार धोखा मिलता है तो बहुत दुख होता है। इंसान रोते,बिल्कते है,यह तक की खुदके जान पर भी बन जाती है, जिसकी वजह से जीवन में दिक्कतो का सामना करना पड़ता है और इन हालातो में बहुत परेशान होता है , इंसान इस दुख से बाहर आने के लिए हर प्रयास करता है पर जब यही धोखा आपके साथ दोबारा हो तो यह आपको महसूस होगा की अब ये दुख देना बंद नहीं करेगा, ये सब अब कदम से कदम मिला कर चलता रहेगा. वही जब आपके साथ फिर वही धोखा मिलता है फिर यही से आपको दुख होना बंद हपजाता है आपका दिल पत्थर हो जाता फिर इसके बाद आपके ऊपर किसी भी बातो का असर नहीं पड़ता अब अगर कोई मुझे धोखा देता है। Shweta Tiwari
कोई मुझे दुख पहुंचाता है तो मैं उनसे शिकायत नहीं करना चाहती की आपने क्यों किया क्यों हुआ ये मेरे साथ. मैं बीएस अब खुद को ऐसे लोगो से दूर रखती हूँ दो मुझे दुख पहुंचाना उनके व्यक्तित्व में है और अब अफसोस न करना मेरे व्यक्तित्व में है। मुझे दुख पहुंचाना उनके व्यक्तित्व में है और अब यह मेरे व्यक्तित्व में है कि मैं इनके किसी भी बातो का बुरा ना मानू और आपने रास्ते में चलती राहू विना किसी शिकवा के। Shweta Tiwari
यही फिर श्वेता तिवारी ने बोलती है, ‘मैं अब उन्हें वह यह हक़ नहीं देती। देती की वह मुझे कोई तोड़े और मुझे दुख पहुंचाए।अब जब मै इन सभी से अलग हो गई तो अचानक उन्हें समझ आ जाता है. ‘ओह, वह चली गई,’अब तक मैंने ऐसे लोगों को देखा है जो अपनी जिंदगी छोड़ चुके हैं और उन्हें पछतावा होता है। Shweta Tiwari
इतना कुछ होने के बाद जब श्वेता से पूछा गया कि इतने खराब रिश्ते के बाद भी वह राजा के साथ रिश्ते में क्यों हैं? इसके पीछे क्या कारण था? इस बारे में श्वेता ने कहा, ‘मेरे पूरे परिवार में किसी ने भी प्रेम विवाह नहीं किया, पर मैंने अपने घर वालो का विरोध किया। हमारे परिवार में जाति को लेकर कई समस्याएं थीं, फिर भी मैंने सब से लड़ कर इंटर-कास्ट मैरिज किया। लोगों ने तभी से ही मेरी मां का मजाक उड़ाना और मेरी शादी को लेकर आलोचना करना शुरू कर दियाथा ।मेरे घर पर ही तरह -तरह की बाते करने लगे थे,Shweta Tiwari
श्वेता तिवारी ने यह भी कहा कि अगर उन्होंने तलाक के लिए अर्जी दी होती तो शायद यह एक अलग दुनिया होती। उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं था कि मैं उस समय आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं थी ,यह भावनात्मक था। मुझे अपनी बेटी के बड़े होने के बाद पिता न होने की चिंता थी,वो कभी पूछती तो मै क्या बोलती जिसकी वजह से मई बहुत परेशान रहती थी। बाद में मुझे एहसास हुआ, आपका परिवार तभी खुश रह सकता है जब आप मानसिक रूप से खुश हों। अव्यवस्थित घर में रहना आपके बच्चे के लिए अच्छी परवरिश नहीं है। अगर दो लोग एक साथ नहीं रह सकते तो अलग होना ही बेहतर विकल्प है। फिर मैंने खुद को संभाल लिया और माँ – बाप दोनों की कमी पूरी करूंगी और आज मैं अपने बेटी के साथ बहुत खुश हूँ मेरे साथ मेरी बेटी, Shweta Tiwari