कार मिलने के बाद किसान ने जवाब दिया
आनंद महिंद्रा ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया दी थी
कंपनी ने माफी भी मांगी थी
नई दिल्ली. महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra and Mahindra) के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने कर्नाटक के एक शोरूम में कथित रूप से अपमानित हुए किसान का ‘महिंद्र परिवार में स्वागत’ किया है. उन्होंने इस संबंध में महिंद्रा ऑटोमोटिव की तरफ से किए गए एक ट्वीट को शेयर किया है।बता दे कि कर्नाटक के तुमकुरु के एक किसान केंपेगौड़ा आरएल को आखिरकार महिंद्रा बोलेरो पिकअप मिल गई। उद्योगपति आनंद महिंद्रा की प्रतिक्रिया और कंपनी की माफी के बाद सम्मान के साथ इस कार को केम्पे गौड़ा को डिलीवर किया गया है। बोलेरो पिकअप मिलने के बाद किसान केंपेगौड़ा ने बयान दिया है.
‘इंडियन एक्सप्रेस’ (Indian express)से बात करते हुए, उन्होंने कहा- “वे (महिंद्रा शोरूम के कर्मचारी) मेरे घर आए और माफी मांगी। मुझे बोलेरो पिकअप वाहन पसंद आया। मैंने वाहन ऋण पर लिया है। वाहन को वादे के अनुसार सौंप दिया गया था। मैं गया था पिकअप लेने के लिए शोरूम। मैं इससे उगाई गई सब्जियों और नारियल का परिवहन करूंगा।”
जब आनंद महिंद्रा ने प्रतिक्रिया दी
गौरतलब है कि महिंद्रा के सीईओ आनंद महिंद्रा ने भी हाल ही में इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने ट्वीट किया: ‘अह महिंद्रा राइज का मुख्य उद्देश्य हमारे समुदायों और सभी हितधारकों को उठने में सक्षम बनाना है। साथ ही व्यक्ति की गरिमा को बनाए रखना होता है और यदि कोई नीति को तोड़ता है तो मामले को बहुत शीघ्रता से संबोधित किया जाएगा।’
इसके बाद महिंद्रा ऑटोमोटिव ने ट्विटर पर आधिकारिक बयान जारी कर किसान केम्पे गौड़ा से असुविधा के लिए माफी मांगी। कंपनी ने कहा, “हमारे डीलरशिप पर केंपेगौड़ा और उनके दोस्तों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है।”
जानिए क्या था पूरा मामला?
दरअसल, तुमकुरु के किसान केंपेगौड़ा अपने दोस्त के साथ महिंद्रा शोरूम पर कार खरीदने गए थे। आरोप है कि इस दौरान एक सेल्समैन ने उन्हें ‘गरीब समझकर’ गाली दी। सेल्समैन ने तो यहां तक कह दिया कि किसान के पास 10 लाख तो दूर 10 रुपए भी नहीं होंगे। जवाब में किसान 30 मिनट में ही 30 लाख कैश लेकर महिंद्रा शोरूम पहुंच गया।
हालांकि विवाद तब खड़ा हो गया जब सेल्समैन तुरंत वाहन की डिलीवरी नहीं कर सका। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। फिलहाल महिंद्रा बोलेरो पिकअप को किसान तक पहुंचाया गया है।