नई दिल्ली। अगर आपकी नौकरी चली गई है या आप नौकरी की तलाश में हैं तो हम आपको बंपर प्रॉफिट के साथ सस्ते बिजनेस का आइडिया दे रहे हैं। इसे मामूली निवेश से शुरू किया जा सकता है और कुछ ही महीनों में आपकी जेब रुपये से भर जाएगी। लेमनग्रास की खेती से सिर्फ एक हेक्टेयर जमीन पर सालाना लाखों रुपये का मुनाफा होगा।लेमन घास की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु उपयुक्त है। उच्च ताप तथा धूप की उपस्थिति से पौधे में तेल की मात्रा बढ़ती है। लगभग सभी प्रकार की भूमि में इसकी खेती की जा सकती है। दोमट उपजाऊ मिट्टी अधिक अच्छी होती है, पर बालू युक्त चिकनी मिट्टी, लेटेराईट एवं बारानी क्षेत्रों में भी उपजाई जा सकती है।
यह किसानों के लिए इतना आकर्षक व्यवसाय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में इसका जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि किसान इस खेती को अपनाकर न सिर्फ खुद को सफल बना सकते हैं, बल्कि देश की प्रगति में अपना योगदान भी दे सकते हैं. लेमनग्रास की फसल 3 से 5 महीने में कटाई के लिए तैयार हो जाती है, जिससे जल्दी कमाई हो सकती है। इससे हर साल 4 लाख रुपये तक का मुनाफा कमाया जा सकता है.
साबुन से लेकर दवा तक हर चीज में इस्तेमाल
लेमनग्रास जिसे लेमन ग्रास के नाम से भी जाना जाता है, की बाजार में काफी मांग है। इसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधन, साबुन, तेल और कई तरह की दवाओं के निर्माण में किया जाता है। यही कारण है कि कंपनियां बाजार में अच्छी कीमत देती हैं और किसानों को उनकी लागत से कई गुना अधिक लाभ मिलता है। हर्बल उत्पादों में इसका उपयोग लगातार बढ़ रहा है।
न खाद की जरूरत, न पानी की टेंशन
लेमनग्रास के व्यवसाय की सबसे खास बात यह है कि इस फसल को सूखा प्रभावित क्षेत्र में भी अच्छी तरह से उगाया जा सकता है। इसे उगाने के लिए ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। इतना ही नहीं बिना खाद डाले खेत से बंपर फसल ली जा सकती है। इसके पत्तों का स्वाद जानवरों को पसंद नहीं आता जिससे नुकसान का खतरा भी कम हो जाता है।लेमनग्रास की खेती सूखा प्रभावित इलाकों जैसे मराठवाड़ा, विदर्भ और बुंदेलखंड तक में की जा रही है।
खेती के लिए यह है मुफीद महीने
लेमनग्रास की खेती का सबसे अच्छा समय फरवरी से जुलाई के बीच है। एक बार लगाने के बाद छह से सात बार कटाई की जाती है। कटाई साल में तीन से चार बार की जा सकती है। बंजर भूमि से साल भर में 3 से 5 लीटर तेल निकलता है। बाजार में यह 1,500 रुपये प्रति लीटर तक बिकता है। फसल की तैयारी का पता लगाने के लिए पत्तियों को सूँघकर इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि नींबू की तेज गंध आती है, तो यह कटाई का समय है। जमीन से 5 इंच ऊपर से कटाई की जा सकती है। फसल तीन साल के लिए बहुत सारे तेल का उत्पादन करती है। इसकी नर्सरी आप मार्च-अप्रैल में तैयार कर सकते हैं।लेमनग्रास पौधे इसकी खेती साल में किसी भी समय की जा सकती है, लेकिन अगर सबसे मुफीद महीने की बात करें तो जुलाई के शुरुआत में इसे लगाना ज्यादा सही है. सबसे पहले इसकी नर्सरी तैयार की जाती है, फिर बाद में इसकी रोपाई की जाती है.
नर्सरी, रोपाई और निराई-गुड़ाई
लेमनग्रास की जड़ लगाई जाती है, जिसके लिए पहले नर्सरी तैयार की जाए तो लागत कम हो सकती है। अप्रैल से लेकर मई तक इसकी नर्सरी तैयार की जाती है, एक हेक्टेयर की नर्सरी के लिए लेमनग्रास के करीब 10 किलो बीज की आवश्यकता होगी। 55-60 दिन में नर्सरी रोपाई के लिए तैयार हो जाती है।