Chhattisgarh kedarnath dham : (Manoj Kumar) मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला मुख्यालय के सिद्ध बाबा पहाड़ स्थित केदारनाथ मंदिर के मॉडल पर 1 करोड़ 75 लाख रुपये (1 crore 75 lakh rupees) की लागत से मंदिर का निर्माण हो रहा है. मंदिर का 80 फीसदी निर्माण (80 percent construction of the temple) पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसका उद्घाटन करेंगे.(Chief Minister Bhupesh Baghel will inaugurate it)
Chhattisgarh kedarnath dham : सिद्ध बाबा पहाड़, जो मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में स्थित है, एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह पहाड़ उच्चतम ऊंचाई वाला पर्यटन स्थल है और यहां पर्यटकों को शांति, ध्यान और स्पिरिचुअलिटी का आनंद लेने का अवसर मिलता है।
मंदिर की खासियत
सिद्ध बाबा पर्वत पर स्थित यह मंदिर करीब 1000 फुट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। जैसा कि मंदिर 117 साल पुराना बताया जाता है। इसे कोयला खदानों में काम करने के लिए यहां आए मजदूरों ने बनाया था। उसके बाद हर साल मकर संक्रांति पर यहां मेले का आयोजन किया जाता है। अब मंदिर बनने के बाद यहां एक बार में 500 श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकेंगे।
बता दें कि मंदिर निर्माण के लिए ईंटें उत्तर प्रदेश से लाई गई हैं। सिद्ध बाबा धाम में भगवान शिव के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। मंदिर का निर्माण 20 फरवरी 2019 को शुरू हुआ था, पिछले तीन वर्षों में 80% निर्माण पूरा हो गया है। अब मंदिर में पेंटिंग सहित साज-सज्जा का काम चल रहा है।
2019 में शुरू हुआ था निर्माण
मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज कक्कड़ ने बताया कि पहाड़ी की ऊंचाई 1000 फीट है। मंदिर का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था। रास्ता बनाने के लिए पहले पहाड़ को काटा गया, फिर सड़क बनाई गई। मंदिर के निर्माण कार्य के लिए ओडिशा के कारीगर काम कर रहे हैं। मार्बल के लिए राजस्थान से कारीगर बुलाए जाते हैं। इसका गुंबद 51 फीट की ऊंचाई पर बना है। मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद एक साथ 500 श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकेंगे।
लोगों को मिलेगा रोजगार
वहीं भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरों ने कहा कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही मुख्यमंत्री मंदिर का उद्घाटन करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मंदिर सरगुजा संभाग के लिए एक बेहतरीन मॉडल है। श्रद्धालु यहां भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। जिससे पर्यटकों को प्रोत्साहन मिलेगा और यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा।
बुजुर्ग भी कर सकेंगे दर्शन
मंदिर के सदस्य शिव यादव ने बताया कि ऊंची पहाड़ी पर ग्राम देवता के रूप में प्राचीन काल से ही सिद्ध बाबा का मंदिर स्थापित है. पगडंडी होने के कारण इस युवा वर्ग के लोग 1000 की ऊंचाई पर बने मंदिर में दर्शन के लिए आते थे। मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं। लेकिन यहां सड़क न होने के कारण बुजुर्ग दर्शन के लिए नहीं पहुंच पाते थे। अब सड़क बनने के बाद केदारनाथ की तर्ज पर इस विशाल मंदिर के बनने से अब दूर-दूर से लोग भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने आ रहे हैं।
हर मनोकामना होगी पूरी
वहीं, मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह मंदिर सिद्धेश्वर महाराज का है। लोग यहां अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए आते हैं। दूर-दूर से लोग यहां पहुंचते हैं और सिद्धेश्वर महाराज सबकी मनोकामना पूरी करते हैं। वहां पहुंचने पर महिला श्रद्धालु ने कहा कि सिद्ध बाबा पहाड़ी पर बन रहे केदारनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ की आस्था है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.