पंजाब: कांग्रेस सरकार(CONGRESS0 में कैबिनेट मंत्री रहे सुंदर अरोड़ा (SUNDER ARORA) कि अब मुस्किलें बढ़ गई हैं। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने अरोड़ा को 50 लाख की रिश्वत देते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. जिसके बाद उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है। आय से अधिक मामले को लेकर सुंदर पर कार्रवाई चल रही है। कार्रवाई से बचने और मामले को रफा-दफा करने के लिए उन्होंने विजिलेंस ब्यूरो के एक अधिकारी को घूस की पेशकश की. मंत्री सुंदर जब जब रिश्वत दे रहे थे उसी दौरान विजिलेंस की टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
डीआईजी मनमोहन ब्यूरो से शिकायत की है कि अरोड़ा ने उनसे 14 अक्टूबर 2022 को मुलाकात की और उनके खिलाफ चल रही सतर्कता जांच में मदद के लिए एक करोड़ रुपए की पेशकश की इस पर विजिलेंस ने योजनाबद्ध तरीके से 40-45 अधिकारी कर्मचारियों की एक टीम गठित करके पूर्व मंत्री को मुलाकात करनी थी जहां सभी को योजना के अनुसार तैनात कर दिया था. एआईजी मनमोहन कुमार और अरोड़ा दोनों होशियारपुर के रहने वाले हैं और एक दूसरे को बखूबी जानते हैं इसीलिए अरोड़ा ने रिश्वत की पेशकश की थी.
बता दें कि सुंदर अरोड़ा पहले कांग्रेसमें थे और कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते मंत्री रहे कैप्टन को हटाने के बाद कुछ दिन पहले उन्होंने कांग्रेश में मतभेद के चलते कांग्रेस को छोड़ दिया और भाजपा ज्वाइन कर ली.जानकारी के मुताबिक सुंदर और और अन्य असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल मनमोहन कुमार को 5000000 रुपए घूस देने की कोशिश की थी। पंजाब विजिलेंस के आईजी को रिश्वत देते वक्त विजिलेंस की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत एफ आई आर दर्ज की गई है और आरोपी से 5000000 रुपए बरामद किए गए हैं।
पूर्व मंत्री को पकड़ने विजिलेंस नें बिछाया जाल
सुंदरम को रंगे हाथों पकड़ने के लिए विजिलेंस ब्यूरो ने बकायदा एक प्लान बनाया था जिसके तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया। एडीजीपी विजिलेंस ने कहा कि सुंदर अरोड़ा मनमोहन को अच्छी तरह जानते थे इसलिए उन्होंने मनमोहन से कांटेक्ट किया और उन्हें मनमोहन की सराहना करते हुए कहा कि बहुत प्रशंसनीय है कि उन्होंने विभाग को इसके बारे में सूचित किया।
भाजपा और आप में खींची तलवार
जानकार बताते हैं कि केंद्र में भाजपा सरकार दिल्ली सहित अन्य राज्यों के आप विधायकों पर शिकंजा कस रही है ऐसे में आप पार्टी ने भी भाजपा को आईना दिखाने के लिए उनके विधायकों सहित कार्यकर्ताओं पर कड़ा प्रहार कर रही है यह कहना गलत नहीं होगा कि भाजपा और आप पार्टी में तलवार खींची हुई है.