सिंगरौली । कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत गनियारी में बीते दिवस 27 मार्च की रात्रि में हुई अंधी हत्या का पुलिस कप्तान व कोतवाली पुलिस ने पर्दाफांस कर दिया है। नर्सिंग छात्रा को उसका जीजा ही दूराचार कर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस कप्तान ने इस अंधी हत्या का खुलासा करने वाले पुलिस टीम को बधाई देते हुए पुरस्कृत करने की घोषणा किया।
पुलिस कप्तान बीरेन्द्र सिंह व सीएसपी देवेश पाठक के अलावा कोतवाली टीआई अरुण कुमार पाण्डेय ने गनियारी हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि बीते 27 मार्च की अद्र्धरात्रि में 100 डायल पर सूचना मिली की गनियारी स्थित हरिशंकर शाह के मकान में किराए से रहने वाली नर्सिंग छात्रा प्रीती यादव के कमरे में अज्ञात कारणों से आग लग गई है। जिसमें लड़की जलकर खत्म हो चुकी है। सूचना पर तत्काल मौके पर पुलिस पहुंची और सुबह मृतिका के शव का पंचनामा तैयार करते हुए पीएम उपरांत शव को परिजनों को सौंप दिया गया। इस दौरान मौके पर एफएसएल अधिकारी के द्वारा मुआयना किया गया तो मृतिका प्रीति यादव के शरीर के सामने तरफ का भाग जला हुआ था। लेकिन पीठ तरफ का भाग नही जला था। इसके अलावा गले पर धारदार हथियार से काटने का चोट पाया गया। मामला संदिग्ध लगा। फिलहाल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की पतासाजी में जुट गई। पुलिस तहकीकात में लगी रही। आखिर कार कई सीसी फुटेज खंगाले गए, जहां पुलिस को मृतिका प्रीति यादव के जीजा कृष्णकुमार यादव पिता अमृत लाल यादव निवासी पोखरा थाना बरगवां पर हत्या करने का संदेह का सुराग मिलने लगा। अंतत: पुलिस ने पड़ताल में साक्ष्य निकाला कि मृतिका प्रीति यादव का जीजा ही दूराचार करने के बाद हत्या किया है। इस हत्याकांड के खुलासे में टीआई अरुण कुमार पाण्डेय,उनि उदयचंद करिहार, संदीप नामदेव, अरुण सिंह,सउनि पप्पू सिंह,बीरेन्द्र त्रिपाठी, पिंटू राय,प्रआर पंकज सिंह ,विजय खरे, प्रवीण सिंह,आर. जीतेन्द्र सेंगर, महेश पटेल, अभिमन्यू, पवन, लक्ष्मीकांत मिश्रा, सायबर सेल सोबाल वर्मा की भूमिका रही।
पत्नी को भेजा मायके फिर किया दुराचार
कोतवाली टीआई ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतिका गनियारी बैढऩ में अपने बहन मुस्कान यादव के साथ करीब तीन माह से अपने जीजा कृष्णकुमार यादव निवासी पोखरा के साथ रहती थी। कृष्णकुमार की पत्नी को दिसंबर माह में डिलेवरी होने के बाद उसे ससुराल पोखरा में भेज दिया। बीचे 25 मार्च को प्रीति की छोटी बहन मुस्कान भी मलगो चली गई थी। 25 की ही रात जीजा कृष्ण कुमार व प्रीति अकेले कमरे में थी। जिसका फायदा उठाकर कृष्ण कुमार ने प्रीती के साथ इच्छा के विरुद्ध दुराचार किया। घटना कारित होने के बाद प्रीति ने कहा कि यह पूरी घटना परिजनों को बता देंगे। जिससे कृष्ण कुमार डर गया। और ऐसी वारदात न करने की कसम खाने लगा। काफी मान मनोबल के बाद प्रीति गई। लेकिन आरोपी कृष्ण कुमार को डर था कहीं घर में बात देगी तो इज्जत चली जाएगी। जिससे वह उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाने लगा और 26 मार्च को बैढऩ से अपने गावं पोखरा जब जाने लगा तो अपनी पत्नी एवं ससुराल वाले को गांव जाने की बात बताकर शाम को अपनी मोबाइल को सीम निकालकर फेंक दिया और जहां बैढऩ में काम करता वहां चला गया।
सिंगरौली पैलेस हेरिटेज होटल में करता था बेटर की नौकरी
खुलासे के दौरान सीएसपी देवेश कुमार पाठक ने बताया कि आरोपी अतिथि शिक्षक के रूप में पोखरा गांव के ही शासकीय माध्यमिक स्कूल में पढ़ाने के साथ-साथ सिंगरौली पैलेस हेरिटेज होटल में बेटर की नौकरी भी करता था। इसकी जानकारी परिवार के कुछ ही सदस्यों को थी। घटना के एक दिन पहले 26 मार्च को आरोपी गांव पहुंच दिनभर स्कूल में रहने के बाद सिंगरौली पैलेस हेरिटेज होटल से ड्यूटी में आने के लिए फोन आने के बाद मजबूरीवश घर से निकला था जहां बेटर की ड्यूटी करने के बाद सफेद टोपी,चश्मा व स्वेटर पहनकर 27 मार्च की रात करीब सवा 1 बजे पैदल एनसीएल बाउण्ड्री होते हुए गनियारी स्थित किराये के मकान में पहुंच गेट खुलवाकर अपने बिस्तर में लेट गया। इसके बाद आरोपी ने सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम देते हुए सुबह होटल से अपनी बाइक लेकर पुन: अपने गांव पोखरा पहुंच गया। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस के माध्यम से आरोपी को जब घटना के संबंध में जानकारी हुई तो गनियारी स्थित आवास पहुंचकर उसने अपने जरूरी कागजात जल जाने की बात बार-बार दोहरा रहा था। तभी पुलिस को आरोपी पर शक हुआ जिस पर पुलिस ने गहनता के साथ मामले की छानबीन करने लगी।
चाकू से रेता गला,फिर लगा दी आग
खुलासे में पुलिस ने बताया कि आरोपी कृष्ण कुमार घटना कारित करने के पहले होटल में अपनी बाइक खड़ी की। इसके बाद टोपी पहना और मास्क लगाकर पैदल कमरे जाने लगा। मेन गेट से न जाकर पीछे से बाउंड्री कूद अपने कमरे गनियारी पहुंचा। जहां प्रीति से दरवाजा खोलवकर अपने कमरे में लेट गया। जब प्रीति सो गई तो उसका मुह दबाकर चाकू से गला रेत दिया। घटना को छिपाने के लिए वह दुर्घटना साबित करते के लिए सिलेण्डर के चूल्हे की पाइप खोलकर माचिस मारकर पीछे के रास्ते से भाग गया। सुबह 6 बजे होटल जाकर बाइक ली और पोखरा गांव चला गया। जब पुलिस गहन पूछताछ की तो विधिवत घटना कैसे कारित किया खुलासा कर दिया। पुलिस भादवि की धारा 302,201 का मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि आरोपी दस वर्ष पूर्व अपने गांव में ही दूराचार के मामले में जेल जा चुका है।