Singrauli News सिंगरौली : पुलिस अधीक्षक टीम ने माजन मोड़ से भले ही अवैध कबाड़ से भरें ट्रक को पड़ा है लेकिन कबाड़ियों के व्यवसाय में कोई भी कमी नजर नहीं आ रही। यह कार्यवाही महज खानापूर्ति तक होती नजर आ रही है। अभी तक पुलिस ने पकड़े गए कबाड़ी के गोदाम की जांच किया हैं या नहीं यह भी रहस्य बना है। जबकि इन्हीं कबाड़ियों द्वारा चोरी के सामानों की खरीदी की जा रही है। इस बात का खुलासा एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी किया था। माजन मोड़ से पकड़े गए अवैध कबाड़ के संबंध में अब तक क्या कार्यवाही, कबाड़ व्यवसाई पकड़ाया या नहीं। इस संबंध में जानकारी के लिए कोतवाली प्रभारी अशोक सिंह से फोन से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया।
दरअसल सरई क्षेत्र में लगातार सरकारी सामानों की चोरी की वारदात हो रही थी। जब पुलिस ने चोरो को पकड़ा तो खुलासा हुआ कि बरगवां में संचालित एक कबाड़ी ही इन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने कबाड़ी के यहां से सामान भी बरामद किया था। अब जब एसपी की टीम ने अवैध कबाड़ से भरा ट्रक माजन मोड़ से पकड़ा लेकिन पुलिस लेकिन कोतवाली पुलिस ने अभी तक कबाड़ व्यवसाय के खिलाफ क्या कार्यवाही की बताने को तैयार नहीं है। यदि इनके गोदाम में पुलिस छापा मारती तो कई बड़ी चोरियों का खुलासा हो सकता था। जबकि कोतवाली क्षेत्र में लंबे समय से तीन से चार कबाड़ी अवैध कबाड़ के कारोबार में लगे हुए हैं। इनके गोदामों पर छापा मारा जाए तो करोड़ों की चोरी का सामान बरामद हो सकता है। सूत्रों की माने तो पुलिस को हर माह कबाड़ियों से लाखों रुपए पहुंच रहे हैं यही वजह है कि इन कबाड़ियों पर पुलिस का रूख नरम रहता है। Singrauli News
कबाड़ व्यवसायियों पर पुलिस कार्रवाई नहीं
कबाड़ का व्यवसाय करने वालों के खिलाफ पुलिस के नरम रूख के कारण हौसले बुलंद हो गए हैं और ये बेधड़क चोरी के सामानों की खरीद बिक्री के काम में लगे हुए हैं। यदि पुलिस के द्वारा ऐसे व्यवसासियों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो जिले से चोरी हुए कई सामान इनके पास से बरामद हो सकता है। यहां के कबाड़ियों के पास ज्यादातर भवन निर्माण में उपयोग होने वाले छड़, वाहनों के चक्के, कूलर,पंखा, आलमारी, एवं अन्य सामाग्री आसानी से बरामद किया जा सकता है। Singrauli News
नाम कबाड़ी और काम करोड़ों का
ऐसा है यह करोड़ों के मुनाफे का कारोबार जो बिना किसी लाईसेंस या अनुमति के लाखों रुपये का टैक्स चुराकर किया जा रहा है। इस कारोबार पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं है। शहर में आधा दर्जन से अधिक कबाड़ के बड़े व्यवसायी हैं, जो साल में करोड़ों का कारोबार करते हैं। शुरू-शुरू में एक दो एजेंट रखकर शहर से कबाड़ इकट्ठा कराके खरीदते हैं,बाद में इनके एजेंट बढ़ जाते हैं। कबाड़ी इनसे कम कीमत में कबाड़ का सामान खरीदकर थोक में मोटी रकम कमाते हैं। Singrauli News
बिना लाइसेंस की खुली दुकानें
इस धंधे में कोई टैक्स नहीं देता, कोई रोक-टोक न होने से कोई भी व्यक्ति कहीं भी कबाड़ की दुकान खोल लेता है। नियमानुसार कोई भी दुकान खोली जाती है तो बाकायदा लाईसेंस लेना होता है, लेकिन बिना लाइसेंस व अनुमति के कबाड़ के व्यवसाई खरीदी-बिक्री करते हैं लेकिन रसीद नहीं देते। इस फायदे को देखकर दिनों-दिन कबाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है। Singrauli News