foreign fashion : भारत के मध्य प्रदेश राज्य के एक छोटे से जिले सीधी के कुछ गांव की महिलाएं एक भिन्न प्रकार से अपना पहनावा रखती हैं कि आप स्वयं ही देखकर दंग रह जाएंगे.जहां आज के परिवेश में लोग विदेशी पहनावे और दिखावे से प्रभावित हो रहे हैं यहां के लोग आज भी अपनी संस्कृति का पालन करते हुए कहते हैं कि हम तो सादा जीवन ही जाएंगे.
यहां की महिलाओं से बातचीत करने से यह पता लगता है कि यह लोग आज भी पर्दा प्रथा का अत्यंत सम्मान करती हैं. किसी पर दबाव डालकर पर्दा प्रथा का पालन करवाना जरूर एक अपराध है लेकिन यहां की महिलाएं अपनी स्वेच्छा से यह पालन करती है l हां कुछ लोगों के नजरिए में यह गलत है मगर यहां के लोग सादगी को ही सुंदरता का प्रतीक मानते हैं .
यहां की औरतें जिस तरीके से अपनी साड़ी पहनतीं हैं उस तरीके को स्थानीय भाषा में लोग “सीधा पल्ला” कहते हैं l आश्चर्य की बात तो यह है कि औरतें बिना किसी पिन या और किसी औजार की मदद के बिना ही साड़ी पहनती हैं.
इन महिलाओं का कहना यह है कि उन्हें पिन लगाना सुरक्षित नहीं लगता और अपना ना सोचकर अपने बच्चों के बारे में चिंता करते हुए कहती हैं “कि नुकीली पिन से हमारे बच्चे खुद को नुकसान ना पहुंचा लें”. महिलाएं अपना घरेलू काम खुद ही करना पसंद करती हैं अर्थात इन्हें अपने घर में दूसरों से का करवाना रास नहीं आता है .
चाहे वह एक जवान औरत हो या कोई बुजुर्ग हो. और इनका कहना यह है कि इन्हें चाहे कितना भी काम क्यों ना करना पड़ जाए इनकी साड़ी ज्यों की त्यों ही रहती हैं अर्थात खुलती या ढीली नहीं होती है l
आश्चर्य करने वाली बात यह है कि उनका पहनावा माता सीता से मिलता-जुलता है l जब माता सीता प्रभु श्री राम के साथ वनवास गईं और एक साधारण साड़ी पहनती थीं, तुलसी की माला और कुमकुम धारण करती थीं ठीक उसी प्रकार यहां की महिलाएं भी अपनी वेशभूषा रखतीं हैं.यहां की महिलाएं अपने से बड़ों को अपना चेहरा नहीं दिखाती अर्थात पर्दे में रहना पसंद करते हैं लेकिन इनकी साड़ी इतनी आरामदायक रहती है कि इनको कभी भी कोई परेशानी नहीं होती।
हम साधारण शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि इन्हें अपनी संस्कृति का पालन करना बहुत अच्छी तरीके से आता है और यहां की महिलाएं अपने संस्कृति का पालन करने में थोड़ा भी संकोच या शर्मिंदगी महसूस नहीं करती हैं।अर्थात अंत में यहां की महिलाएं यही सिद्ध करतीं हैं कि सादा जीवन ही उच्च विचार है।
टीवी सीरियल ‘साथ निभाना साथिया’ में गोपी बहू के सीधे पल्लू की साड़ी का स्टाइल महिलाओं ने खूब पसंद किया था। वेडिंग फंक्शन और खास ओकेशन पर महिलाएं इस स्टाइल को फॉलो करते हुए नजर भी नजर आती थीं। हालांकि कई महिलाएं इसे ओल्ड फैशन मानती हैं, जो कि गलत है. समय के साथ इस स्टाइल में कई बदलाव आ गए हैं, जो देखने में काफी क्लासी भी नजर आते हैं।