Boy’s choice : भगवान (God) की ऐसी रचना (Composition) है, नारी जिसके बिना (Without)पूरी सृष्ट अधूरी (incomplete) है, वही नारी (Woman) जो कभी बानी माँ तो कभी बहू बेटी का रूप लेती है,एक औरत अपने घर (Home) की लाज होती है, हम देखते है, की कही बेटियों (Daughters)को बहुत लाड प्यार से पाला- पोषा जाता है तो कही उनपे बहुत (Very) अत्याचार होता है,जब एक औरत बहू बंती तो वो एक घर को छोड़ दूसरे घर आती(comes) है,जाहा पर तैय नहीं होता की उसे कैसे रखा (kept)जाएगा और वो कैसे अपना जीवन (Life) व्यतीत करेगी ऐसे में जरूरी होता हैी इनकी खुशियों (Happiness) का ख्याल पति और ससुराल (In law’s house) वाले रखे,तो वही औरतो को भी कुछ बातो का ख्याल(Care) रखना होगा जिसकी वजह से अपने पार्टनर और घर परिवार (Family)को खुश रखने सफल ररहेगी।
एक वक्त था जब लड़की और लड़के के घरवाले उनके रिश्ते के लिए उनके घर परिवार को देखने जाया करते थे तभी सब देखने के बाद एक दूसरे को पसंद करते थे इतना होने के बाद शादि तक बात तैय हो जाती रही अधिकतर भारतीय घरों में यही रिवाज चलती रहती थी और रिवाज भी जीवित है, लेकिन अगर हम आज के आधुनिक स्मार्ट फोन जिसने पूरी दुनिया में अपना रुतवा फैलाया है और बाले इस युग की बात करें तो हर लड़के और हर लड़की की अपनी-अपनी पसंद होती हैऔर यह मनुष्य का हक़ जो गलत नहीं है पर आखिर एक लड़का शादी से पहले किसी लड़की में कौन से गुण देखता है और उसे अपने जीवन साथी के रूप में चुनता है, Boy’s choice
खुद पर निर्भर लड़की : Self depend
लड़कियों को नौकरी करने की क्या आवश्यकता है ऐसा बहुत से लोगों के मुंह से सुनने को मिलता है लेकिन आज का समय ऐसा है कि जहां लोगों की सोच में भी काफी परिवर्तन देखने को मिल रहा है बदलती जमाने के साथ आज की युवा पीढ़ी जीवनसाथी को आत्मनिर्भर चाहता गर्ल है मेट्रो शहरों की बात हो या ग्रामीण परिवेश की लड़कियां जॉब करती हैं या उनका अपना पर्सनल बिजनेस लाइन हो तो लड़के के परिवार में यह बात बहुत ही पसंद की जाने लगी है आज के टाइम पर ज्यादा से ज्यादा लड़कों की चॉइस उसका जीवनसाथी खुद के पैरों पर खड़ा हो ताकि वह कभी किसी को मोहताज न हो ताकि मुझे भविष्य में खुद अकेले ही घर के सारे बोझ ना उठाने पड़े जिसकी वजह से हमारी आर्थिक व्यवस्था डगम गए बल्कि जिंदग अच्छी सुख सुविधा के साथ गुजारी जा सके चलती रहे और आप देखेंगे की जॉब करने वाली गवर्नमेंट लाइन में हो टीचर या अन्य कर्मी समझिए इनका रिश्ता तो तैय है। Boy’s choice
मॉडल गर्ल और घर की लक्ष्मी:Model girl and Lakshmi of the house-
ज्यादा पढ़ी लिखी लड़की करियर को लेकर सीरियस रहने वाली लड़कियां अपना ससुराल कैसे संभालेगी इस तरह की बातें हमें अपने ही बड़ों से सुनने को मिलती हैं लेकिन शायद उनकी यह बात गलत भी साबित होती हो सकती है क्योंकि कुछ लड़कियां पढ़ी-लिखी जॉब में होने के बाद भी अपने घर के प्रति काफी समझदार हो यह परेशानी भी चुटकियों में सॉल्व हो सकती है आज के हस्बैंड यह चाहते हैं कि उनकी आने वाली वाइफ हर तरह से सज हो जो हर कार्य को साहस के साथ कर सके जितनी उत्साह के साथ वह बाहर के काम को निपटाए ऑफिस जाए वैसे ही अपने घर परिवार और होने वाली सभी कामों का निवारण करें सभी घरेलू सामाजिक रिश्तेदारों का सम्मान करें यदि हमारे घर कोई अतिथि आता है तो उसे किसी प्रकार की तकलीफ ना होने दे उनके खान पान का पूरा ख्याल रखें खाने का मतलब है कि अगर लड़कियां माहौल के हिसाब से खुद को ढाल लेती है तो तू ऐसी लड़कियों से झटपट विवाह का मां हालांकि यह सारी अच्छी बातें शादी के बाद सामने आती है पर एक रास्ता है जिससे यह हद तक पहचाना जा सकता है हमेशा उनसे बातचीत करके उनके रवैया को पहचाना जा सकता है।Boy’s choice
रिश्तों की समझ :Understanding of relationships
शादी एक ऐसा पवित्र बंधन है,जिसमे सिर्फ दो लोगों का रिश्ता निभाना काफी नहीं होता ना ही किसी एक पर इसकी जिम्मेदारी होती,बल्कि यह दो परिवारों के बीच आपसी रिश्ते की नींव है। जो हमेशा एक पत्नी के लिए अपने पति के साथ रिश्ता जितना महत्वपूर्ण है, वैसे ही उसके लिए अपने पति के साथ अन्य रिश्तों को समझना भी उतना ही महत्वपूर्णहोता है। लड़के के साथ कई रिश्ते जुड़े हुए होते हैं, जिन्हें निभाने की जिम्मेदारी पत्नी की भी होती है। जिसमे उसे उनकी छोटी सी छोटी बात का ध्यान रखना चाहिए रिश्तों की समझ परिवार के बीच बधे डोर को मजबूत बनाता है और किसी भी बेटे के लिए उसके परिवार का खुश होना बहुत जरूरी है। इसलिए हर लड़का अपनी धर्म पत्नी से उम्मीद करता है,कि वह उससे जुड़े हर रिश्ते का सम्मान करे और यह तभी संभव है, जब लड़की घर ,परिवार,रिश्तों को समझे। तो उसके जीवन की आधी मुश्किलें वैसे ही ख़त्म हो जाती है तो घर में होने वाली आना कानी बहुत ही कम हो है आशांती के स्थिति कम हो जाती है,और वही अपने घर को खुश रख सकती है. Boy’s choice
समाज में सक्रियता:Activism in society
आज की आने वाली युवा पीढ़ी अपने पार्टनर को लेकर काफी सजग रहती है। चाहे शादी हो, लव हो या अरेंज, लेकिन हर कोई अपने पार्टनर को लेकर सीरियस होता है। आज बदलती मानसिकता का एक प्रमाण यह है कि लड़का भी अपनी होने वाली दुल्हन की पहचान स्थापित करना चाहता है। वह चाहते है कई उनकी आने वाली दुल्हन ना केवल अपने घर और ऑफिस तक ही लिए सोचे बल्कि समाज में भी शामिल होकर बराबर हिस्सा ले और योगदान दे। जिससे उसके वाता-वरन में भी काफी बदलाव आएगा और समाज को भी समझेगी। Boy’s choice
मनोवैज्ञानिक क्या मानना हैं?: What do psychologists believe
मनोवैज्ञानिक संजय सक्सैना का मानना है कि जीवन में कुछ हो या नहो लेकी शांति सबसे अधिक जरूरी है और इसलिए आज के युवा शारीरिक खूबसूरती से कई ज्यादा मन और उसके विचार पर विश्वास करने लगे हैं। लड़के चाहते हैं कि उनकी पत्नी हर स्थिति के लिए सज्ज हो, सिर्फ वो मेरे अच्छे दिन में ही मेरे साथ ना हो आने वाली हर मुसीबत मेरा साथ दे और लड़को यह भी चाहत होती है कि उनकी पत्नी से पहले वो मेरी अच्छी मित्र हो जो लड़को हाथ थामे रखे जो उनसे कोई भी बात को बालने पहले से हिचकिचाए। Boy’s choice