If you want to get away from obesity – लखनऊ, 29 जून – कुपोषण से आशय अक्सर बेहद कमजोर दिखने वाले लोगों से लगाया जाता है लेकिन ऐसा नहीं है. मोटापा भी कुपोषण का ही एक प्रकार है. मोटापा ऐसी स्थिति है जिसमें वजन बढ़ने के कारण शारीरिक बदलाव के साथ-साथ कई रोगों को जन्म लेने का मौका मिल जाता है. लिहाजा संतुलित आहार और फास्ट एवं जंक फूड से परहेज आपको कुपोषण से बचा सकता है. Obesity
वर्ल्ड इंस्टेंट नूडल्स एसोसिएशन की ताजा रिपोर्ट बताती है कि दुनिया के फटाफट नूडल्स भोजन में भारत चौथा सार्वाधिक बड़ा बाजार है. 2017 तक इसका बाजार 93.66 अरब रुपये था जो 5.6 फीसदी की दर से बढ़ रहा है. इसका मतलब है कि भारतीय परिवार देश में पैदा होने वाले अनाज की जगह नूडल्स खा रहे हैं जो सेहत के लिए हानिकारक है.
संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) की डायटिशियन प्रीति यादव के मुताबिक कुपोषण मोटापे से भी जुड़ा हुआ है. आपके शरीर में अधिक मात्रा में चर्बी जमा होनी शुरू हो जाती है. चर्बी के कारण आपका शरीर तो बढ़ता जाता है परंतु कुछ आवश्यक पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन, मिनरल पर्याप्त मात्रा में आपके शरीर को नहीं मिल पाते.
इससे आपको कई प्रकार की बीमारी हो सकती है. मोटापा बढ़ने का मुख्य कारण है लंबे समय तक जितनी कैलोरी आप खानपान से रोज लेते हैं उससे कम दैनिक गतिविधि और व्यायाम में खर्च करते हैं. समय के साथ-साथ यह अतिरिक्त कैलोरी जमा हो जाती है और वजन बढ़ने का कारण बनती है. Obesity
उन्होंने बताया कि कैलोरी बर्न न होने का मुख्य कारण आजकल का खानपान है. फास्ट फूड एवं जंक फूड की तरफ लोगों खासकर युवाओं और बच्चों का रुझान अधिक होता जा रहा है. इस तरह के भोजन से पेट तो भर जाता है परंतु आवश्यक पोषक तत्व शरीर को पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाते जिस कारण कई तरह के रोगों को शरीर में जन्म लेने का मौका मिल जाता है. अतः यह बहुत जरूरी है. कि संतुलित व उचित मात्रा में भोज्य पदार्थों को दिनचर्या में शामिल किया जाए. साथ ही फिजिकल एक्टिविटी पर भी ध्यान दिया जाए. Obesity
प्रीति के मुताबिक सभी पोषण कार्यक्रमों में कार्बोहाइड्रेट युक्त खाना ज़्यादा देते हैं. उद्देश्य फलों और दालों को मिलाकर तैयार किया गया संतुलित आहार देने की जगह भूख मिटाना है. नीति-निर्माताओं की सोच ये है कि भूख को मिटाना है. लेकिन आंकड़े स्पष्ट रूप से बताते हैं कि कुपोषण एक बेहद गहरी और गंभीर समस्या है. Obesity
कुपोषण के संकेतः कुपोषण का सबसे आम लक्षण अनियोजित रूप से वजन का घटना है. आमतौर पर तीन से छह महीनों के भीतर आपके वजन में 5-10% से अधिक की कमी. हालांकि इसके अन्य संकेतों में शामिल हो सकते हैं. Obesity
कमजोर मांसपेशियां
हर समय थकान महसूस करना
उदास मन
बीमारियों या संक्रमण में वृद्धि
डॉक्टर को कब दिखाएंः यदि आपका बीएमआई 18.5 से कम है या आप उपरोक्त लक्षणों में से किसी को महसूस या अनुभव करते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें. बीएमआई के माध्यम से यह जाना जाता है कि क्या आपकी ऊंचाई के आधार पर आपका वजन सही है. यदि आपको लगता है कि आप या आपके संपर्क में कोई कुपोषण का शिकार है तो आपको फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. वह कुपोषण के संकेतों की जांच करेंगे और उन स्थितियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो कुपोषण का कारण हो सकती हैं. Obesity
संतुलित आहारः अनाज, दालें, हरे पत्तेदार सब्जियां, अन्य सब्जियां, फल, दूध एवं दूध उत्पाद, घी या तेल इन सभी चीजों का रोजाना इनटेक जरूरी हो. Obesity