WhatsApp : हर पल आपकी जासूसी कर रहा है, इसे इस्तेमाल करना तुरंत बंद करें। टेलीग्राम के संस्थापक पावेल ड्यूरोव के इस बयान के बाद वॉट्सऐप एक बार फिर चर्चा में आ गया है।इससे पहले, ड्यूरोव ने कहा था कि “वॉट्सऐप कभी भी सुरक्षित नहीं होगा” जब तक कि कंपनी इसमें कुछ मौलिक परिवर्तन नहीं करती
WhatsApp : व्हाट्सएप के सिक्योरिटी और प्राइवेसी फीचर्स की बात करें तो मैसेजिंग ऐप का दावा है. कि यूजर्स को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन से फायदा होता है. इस वजह से यूजर्स के मैसेज को बीच में कोई डिकोड नहीं कर सकता है. तथा यह करना पॉसिबल नहीं हैं.
व्हाट्सएप की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है. मुझे नहीं पता कि भारतीय मोबाइल बाजार में कितने लोग मिल सकते हैं, जिनके फोन में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप whatsapp इनस्टॉल हैं. परन्तु एक टेलीग्राम के संस्थापक ने इस इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप पर गंभीर आरोप लगाए हैं. और अपनी बाते बताई हैं.
दरअसल, टेलीग्राम के फाउंडर पावेल ड्यूरोव ने व्हाट्सएप को सर्विलांस टूल बताया था. उनका कहना है. कि मेटा के मालिकाना हक वाले इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप्स से दूर रहें. और इसका इस्तेमाल सावधानी के साथ करे.
Pavel Durov का कहना है. कि WhatsApp यूजर्स का डेटा खतरे में है. उन्होंने लोगों से दावा किया कि वे व्हाट्सएप के बजाय किसी अन्य इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. जो की वह भी whatsapp टाइप का ही हो.
हालांकि, व्हाट्सएप ने अभी तक इन आरोपों के खिलाफ अपना बयान दर्ज नहीं किया है. हम आपको बता दें कि पूरी दुनिया में WhatsApp के करोड़ों उपयोगकर्ता हैं. साथ ही कंपनी ने पिछले 10 सालों में इस प्लेटफॉर्म में कई अच्छे और बेहतरीन फीचर जोड़े हैं. जिसे माना जाता हैं. बेहद खाश. WhatsApp
व्हाट्सएप के सिक्योरिटी और प्राइवेसी फीचर्स की बात करें. तो मैसेजिंग ऐप का दावा है. कि उपयोगकर्ता को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन से फायदा होता है. इस वजह से यूजर्स के मैसेज को बीच में कोई डिकोड नहीं कर सकता है. और न ही इसे कोई बदल सकता हैं. WhatsApp