IAS Success Story : कहते हैं कि यदि सच्ची लगन और दृढ़ संकल्प हो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। क्योंकि हर वर्ष संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Service Exam) में लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, लेकिन सफलता का प्रतिशत करीब 1 फीसदी ही रहता है। इनमें से ज्यादातर ऐसे होते हैं, जो कोचिंग पर लाखों रुपये खर्च देते हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिलती है। इसका मुख्य कारण, इस परीक्षा की तैयारी करने के लिए रणनीति के बारे में जानकारी का अभाव होना है। बहुत कम लोग होते हैं जो बिना कोचिंग के इस परीक्षा को पास करते हैं। इनमें सरजना भी हैं जो तीसरे प्रयास में आईएएस अधिकारी बनीं। 2018 में, उन्हें अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में 126 अंक प्राप्त की थी।
सर्जना यादव ने दिल्ली विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद काम करते हुए यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया। पहले दो प्रयासों में खराब तैयारी के कारण, वह परीक्षा पास नहीं कर सकी ।तीसरे प्रयास में, उसने नौकरी छोड़ने और कोचिंग लेने का मन बना लिया। लेकिन नौकरी छोड़ने के बाद भी उन्होंने बिना कोचिंग के खुद को तैयार करना शुरू कर दिया। बता दें कि आईएएस बनने की के लिए उन्होने किताबो को दुनिया बना ली थी।
तीसरे प्रयास में आईएएस अधिकारी बनी सरजना को अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में 126वां स्थान मिला था।
जो नौकरी करते हुए और बिना कोचिंग के यह परीक्षा पास करने की कोशिश में जुटे हैं. यूपीएससी की तैयारी करने वाले से सर्जना का कहना है कि अधिक किताबों (Books) के बजाय सीमित किताबें पढ़नी चाहिए. साथ ही उन किताबों को बार-बार पढ़ते रहना चाहिए।उन्होंने कहा कि आपको गूगल पर विभिन्न विषयों पर जानकारी, वीडियो और ट्यूटोरियल मिल जाएंगे ताकि आपके मन में कोई शंका न हो।