सिंगरौली : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जिले में अपने खेत से रेत भरा ट्रेक्टर ले जाने वाले आदिवासी पर रेत माफियाओं ने ट्रेक्टर चढ़ाकर हत्या किए जाने के मामले में प्रभारी मंत्री संपतिया उइके को आज मृतक इंद्रपाल अगरिया के घर भेजा है।
सीएम मोहन यादव ने ट्वीट कर कहा कि मंत्री संपतिया उइके को घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित आदिवासी परिवार से मिलकर घटना की वस्तुस्थिति जानने का निर्देश दिया है। मध्यप्रदेश में ऐसी घटनाओं को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हालांकि घटना के बाद से ही कांग्रेस बीजेपी को लगातार घेर रही है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष सहित कई नेताओं ने सरई थाना का घेराव कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
बता दे की सिंगरौली में रेत कारोबारियों ने आदिवासी इंद्रपाल अगरिया की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी। इस हादसे के बाद प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। घटना के बाद से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व सीएम कमलनाथ और मंत्री कमलेश्वर पटेल लगातार भाजपा पर हमला बोल रहे थे वहीं कांग्रेसियों ने लगातार घटना में भाजपा नेता का नाम शामिल होने का आरोप लगा रहे थे। और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस बीच मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने इस घटना का डैमेज कंट्रोल करने के लिए आज जिले की प्रभारी मंत्री संपतिया उइके को पीड़ित परिवार से मिलने के लिए भेजा है।
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे डीआईजी
आदिवासी की भले ही रेत माफियाओं ने ट्रैक्टर कुचलकर हत्या कर दी लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारी पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे। लेकिन अब जब प्रभारी मंत्री का पीड़ित परिवार से मिलने का दौरान तय हुआ तो रीवा जोन डीआईजी साकेत प्रसाद पांडे, कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, एडिशनल एसपी शिवकुमार वर्मा और खनिज अधिकारी एके राय पीड़ित परिवार के घर पहुंचे हैं। वही प्रभारी मंत्री के दौरे को लेकर प्रशासन भी मुस्तैद है।
मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट
इसके पहले कल इस घटना की जानकारी मिलने के बाद किए गए ट्वीट में सीएम मोहन यादव ने कहा था कि सिंगरौली जिले अंतर्गत एक गांव में निवासरत आदिवासी किसान भाई की ट्रैक्टर से हत्या करने का मामला सामने आया है जो बेहद दुःखद और गंभीर है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। मैंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तुरंत जांच के आदेश दिए थे और आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। मध्यप्रदेश में कानून का राज है और इस तरह के अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।