Corruption सिंगरौली। जनपद पंचायत देवसर अन्तगर्त सरौंधा ग्राम पंचायत में सरपंच सचिव के द्वारा घटिया निर्माण कार्य कराने और निर्माण कार्यों में अनियमितता की जांच दो महीने से संयुक्त कलेक्टर नहीं करवा पा रहे हैं। जिससे अब शिकायतकर्ता भ्रष्टाचार की शिकायत कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला से की है। दरअसल पंचायत में अनियमितता किया जाना व जांच के नाम पर जनपद पंचायत से लेकर जिला पंचायत स्तर पर केवल खानापूर्ति करने का खेल खेला जा रहा है। यही नहीं दो महीने पूर्व संयुक्त कलेक्टर ने भ्रष्टाचार कि शिकायत की जांच के लिए टीम जरूर गठित की लेकिन आज तक जांच टीम सरौंधा पंचायत नहीं पहुंच सकी। इसके बाद शिकायतकर्ता ने अब कलेक्टर से एक बार फिर शिकायत कर भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
गौरतलब हैं कि शिकायतकर्ता प्रवीण रजक ने सरौंधा ग्राम पंचायत में घटिया निर्माण कार्य कराने, ले आउट को ही बदलकर दूसरी जगह निर्माण कार्य कराने, बिना काम कराए खाते से पैसे निकालने के आरोप सरपंच और सचिव लगाएं हैं। जिसकी शिकायत जनपद स्तर से लेकर जिला पंचायत के सीईओ से करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच करवाते हुए दोषियो के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की लेकिन चार महीने बीत जाने के बाद भी जिम्मेदार सरपंच और सचिव के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। Corruption
हैरानी इस बात की है कि 11 सितंबर 2024 को संयुक्त कलेक्टर ने सरौंधा ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत की तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी। जांच टीम में माइकल तिर्की डिप्टी कलेक्टर, रौनक सिंह एसडीओ ग्रामीण यांत्रिकी और प्रियंका सिंह लेखाधिकारी जिला पंचायत को जांच कर 20 सितंबर तक जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करना था लेकिन जिम्मेदारों ने संयुक्त कलेक्टर के आदेश का पालन दो माह बीत जाने के बाद भी नहीं कर पाए। वहीं चर्चा है कि सचिव राममनोहर पाठक राजनीतिक रसूख वाले हैं उनकी जांच कारण संयुक्त कलेक्टर के बूते की बात नहीं है। Corruption
संयुक्त कलेक्टर पर भारी पड़ रहा सचिव
सरौंधा पंचायत के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप कोई नया नहीं है इसके पहले भी अनियमित के आरोप लगे हैं। लेकिन हैरानी इस बात की है कि संयुक्त कलेक्टर जैसे वरिष्ठ अधिकारी एक ग्राम पंचायत में हुए अनियमितता की जांच नहीं करवा पा रहे इसके पीछे क्या वजह हो सकती है। चर्चा है कि ग्राम पंचायत सचिव संयुक्त कलेक्टर के आदेश पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि सचिन का राजनीतिक रसूख इतना है कि अधिकारी भी ग्राम पंचायत सरौंधा की जांच करने से कतरा रहे हैं। Corruption
सरपंच-सचिव से नहीं हुई वसूली
सरौंधा पंचायत में भ्रष्टाचार की शिकायत उपयंत्री संजय ताम्रकार ने जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह से लिखित में की। उन्होंने सीईओ को पत्र लिखा कि सरौधा पंचायत में मंगल प्रजापति के घर के पास छिरघटवा नाला में चेक डैम निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन कराया जा रहा था जिसे रोकने के लिए सरपंच सचिव को निर्देशित किया गया। बाबजूद जिसके सरपंच सचिव बिना मूल्यांकन के चार लाख चौदह हजार छः सौ दो रुपए आहरण कर लिया गया। जिसकी वसूली कराई जाए। लेकिन आज तक निकाली गई राशि की वसूली नहीं की जा सकी। Corruption