सिंगरौली । हैंडपंप में लगने वाली जीआई पाइप में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब एलईडी बल्व एवं समर्सिवल मोटर पंप खरीदी में बड़ा घोटाला सामने आ रहा है। नगर निगम अधिकारियों ने वर्ष 2023-24 में सामग्रियों के क्रय के आड़ में जमकर घोटाला किया है। रातों-रात जहां सामग्रियों के कीमत में चार गुना वृद्धि हो गई। वही इलेक्ट्रानिक सामग्रियों के क्रय में भी जमकर राशि की बंदरबाट स्टोर शाखा एवं पूर्व निगमायुक्त के द्वारा किया गया है। जांच टीम को भी इस तरह की गड़़बड़ियों का पता भी चला है।
नगर पालिक निगम सिंगरौली में भ्रष्टाचार को लेकर पहले से भी कई जिम्मेदार अधिकारी शक के दायरे में रहे हैं। वही पिछले वर्ष 2023-24 में नपानि सिंगरौली के तत्कालीन निगमायुक्त सतेन्द्र सिंह धाकरे से लेकर सेन्ट्रल स्टोर शाखा के प्रभारी व उपयंत्री पीके सिंह, अनुज सिंह एवं सहायक यंत्री दिनेश तिवारी समेत अन्य ने भ्रष्टाचार के सारे हदें को पार कर गए हैं। यह हम नही बल्कि निगमायुक्त के द्वारा गठित छ: सदस्यीय जांच समिति की प्राथमिक जांच रिपोर्ट बया कर रही है। हालांकि जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नही हुई है और अभी फाइनल स्थिति में नही है। किन्तु आरम्भिक जांच में जांच समिति के हाथ चौकाने वाले तथ्य मिले हैं।
बताया जा रहा है कि नगर पालिक निगम सिंगरौली में 10 अगस्त 2023 को मेसर्स जेएल गुप्ता के यहां से 40 वॉट का बल्व संख्या 480 प्रति बल्व कीमत 550 रूपये में खरीदा गया है। ठीक दो महीने बाद 6 अक्टूबर को मेसर्स शुभम ई से 40 वॉट 120 की संख्या में प्रति बल्व की कीमत 1000 रूपये में क्रय की है। कुल 1 लाख 20 हजार रूपये में 120 बल्व क्रय किया। दोनों दुकानदारों के बीच कीमत में करीब 59 जहार रूपये का अंतर आया है।
वही 19 जुलाई 2022 को मेसर्स शुभम ई के यहां मेनस्विच 200 एमपियर के कुल 5 मेनस्विच 14190 रूपये प्रति पीस के हिसाब से करीब 84 हजार रूपये का क्रय किया। जबकि 14 मार्च 2024 को मे. जेएल गुप्ता के यहां से 200 एमपियर के 80 पीस मेनस्विच नपानि ने क्रय किया। प्रति मेनस्विच की कीमत 22650 रूपये फिक्स था। जहां दोनों दुकानदारों के बीच खरीदी का अंतर करीब 6 लाख 75 हजार रूपये का अंतर आया है। इसी तरह अन्य सामग्रियों के कीमत में भारी अंतर मिलने से सेन्ट्रल स्टोर शाखा प्रभारी से लेकर पूर्व के अन्य अधिकारी भी सवालों के कटघरे में घिरते नजर आ रहे हैं।
स्टोर प्रभारी के कार्यप्रणाली शक के दायरे में
नगर पालिक निगम सिंगरौली के सेन्ट्रल स्टोर की प्राथमिक जांच के दौरान जिस तरह से एक के बाद एक चौकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में स्टोर प्रभारी उपयंत्री एवं सहायक यंत्री शक के दायरे में आ रहे हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि सेन्ट्रल स्टोर में व्यापक पैमाने पर धांधली की गई है। नपानि में चर्चा है कि शायद इसी लिए पिछले वर्ष 2023 में परिषद की बैठक मेें कई पार्षदों ने स्टोर की जांच कराने की मांग जोर-शोर से उठाया था। किन्तु उनकी आवास दब गई थी। आवास किसने दबाने का प्रयास किया। वह जगजाहिर है। किन्तु 11 मार्च 2024 को परिषद ने स्टोर की जांच कराने के लिए तटस्थ हो गई। जिसके चलते अब जांच में कई घोटाले की परतें प्याज की छिलकों की तरह परत दर परत खुलने लगी हैं।
समर्सिवल मोटर पंप की खरीदी में गड़बड़ी
जानकारी के अनुसार नगर पालिक निगम सिंगरौली में वर्ष 2022 में 15 एवं 2023 में 105 पीस समर्सिवल मोटर पंप का क्रय हुआ था। जहां करीब पौने पॉच लाख रूपये की गड़बड़ी जांच में मिली है। जांच के दौरान पता चला है कि 15 जून 2022 को मे. दीपक ईजी. के यहां से 17850 रूपये के प्रति दर से 15 पीस समर्सिवल मोटर पंप करीब 3 लाख रूपये में खरीदा गया था। वही 14 दिसम्बर 2023 को नपानि के द्वारा मेसर्स शिवम इन्टरप्राइजेज के यहां से 105 पीस प्रति समर्सिवल मोटर पंप की कीमत 22457 रूपये के हिसाब से कुल 2357985 रूपये का क्रय किया गया। सवाल उठाया जा रहा है कि महंगे दाम पर नपानि के द्वारा समसिर्वल मोटर पंप का क्रय क्यो किया? इसके पीछे क्या कई रहस्य छुपें हैं?
इनका कहना:-
अभी मुझे जांच रिपोर्ट नही मिली है और मेरे संज्ञान में भी बाते नही आई है। यदि इस तरह की अनियतिताएं की गई है तो जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित जनों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जावेगी।
डीके शर्मा, आयुक्त नपानि, सिंगरौली