Law and order : ( Manoj kumar) सिंगरौली। नवागत पुलिस कप्तान मोहम्मद यूसुफ कुरैशी (New Police Captain Mohammad Yousuf Qureshi) के तेवर अभी एक्शन में दिखाई दे रहा है पुलिस अधिकारियों (police officers) को दो टूक शब्दों में निर्देश दिए गए हैं कि फील्ड में अपना जोहर दिखाओ, आम जनता को राहत देते हुए अपराधियों में खौफ पैदा करो, और आम लोगों के साथ फ्रेंडली होकर काम करें ताकि लोगों में पुलिस पर विश्वास बढ़े। एसपी के इस फरमान से जिले के कई पुलिस अधिकारी सख्ते में दिखाई दे रहे हैं।
Law and order : गौरतलब हो कि सिंगरौली जिले की भोगोलिक स्थिति पर नजर दौड़ाई जाए तो यहां कोयला, कबाड़ और डीजल का बार-बार नाम शुमार होता दिखाई देता है लेकिन हकीकत देखे तो अब यह सब पुरानी बातें हो गई है। क्योंकि सिंगरौली मैं यह गोरखधंधा आज से नहीं बल्कि दशकों से चलाया रहा है। अब यह पूरी तरीके से प्रचलन में हो गया है। मजे की बात तो यह है कि इस गोरखधंधा के अलावा कई ऐसे भी धंधे चल रहे हैं। जिस पर जिले वासियों की नजर है लेकिन नवागत पुलिस कप्तान की नजर अभी तक ऐसे काले कारोबार पर नहीं पड़ पाई है लेकिन जबसे नवागत पुलिस कप्तान सिंगरौली में आए हैं। तब से पुलिस अधिकारियों की छवि पर गहरा प्रभाव दिखाई दे रहा है।
बताया जाता है कि पुलिस कप्तान के तेवर को अभी तक पुलिस अधिकारी पढ़ नहीं पाए हैं। यही वजह है कि पुलिस कप्तान के चौखट पर जाने से भी कई पुलिस अधिकारी परहेज करते नजर आ रहे हैं। पुलिस सूत्रों की बातों पर गौर करें तो नवागत पुलिस कप्तान का अभी एक ही मकसद है कि जिले में आम जनता को सही न्याय देना है और अपराधियों में पुलिस का खौफ पैदा करना है। ताकि पुलिस और जनता के बीच के मधुर संबंध की जो खाई है उसे भरा जा सके। Law and order
लेकिन सिंगरौली में अभी तक ऐसा देखने को नहीं मिला है यहां तो आम जनता अभी भी पुलिस से दूरी बनाती हुई दिखाई देती है। कहा जाता है कि नवागत पुलिस कप्तान जब से आए हैं तब से पुलिस अधिकारियों की कार्य प्रणाली पूरी तरीके से बदल चुकी है। लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई दिखाकर पुलिस अधीक्षक के नजर में अभी साफ स्वच्छ छवि बनाने की कवायद की जा रही है लेकिन पुलिस विभाग से जुड़े सूत्र यह दावा करते हैं कि नवागत पुलिस कप्तान सभी थाना व चौकी प्रभारियों को भाप चुके हैं यही वजह है कि नजदीक आने की कोई गुंजाइश अभी तक दिखाई नहीं दे रही है। जो भी हो लेकिन यही तेवर नवागत पुलिस कप्तान का बना रहा तो हो सकता है कि सिंगरौली में पुलिस अधिकारियों के छवि में भी बदलाव हो जाए। Law and order
बिना कार्य के मिलना नहीं है पसंद
विभागीय पुलिस सूत्रों की बातों पर गौर करें तो नवागत पुलिस कप्तान जब से आए हैं तब से पुलिस अधीक्षक कार्यालय मी सेवा देने वाले पुलिस जवानों और अधिकारियों के कार्य प्रणाली में बदलाव नजर आ रहा है। कहा तो यह भी जा रहा है कि जो भी पुलिस अधिकारी बिना किसी कार्य के पुलिस कप्तान से मिलने की सोच रखते हैं। ऐसे पुलिस अधिकारियों पर कप्तान की पैनी नजर बनी हुई है। कहा तो यह भी जा रहा है कि कई पुलिस अधिकारी मिलने की भी कवायद की, लेकिन अभी तक सफल नहीं हो पाए। बताया जाता है कि नवागत पुलिस कप्तान का पुलिस अधिकारियों को यही नसीहत है कि फील्ड में जोहर दिखाओ और आम जनता में अमन चैन लाओ, एसपी दफ्तर या थाने में बैठने की जरूरत नहीं है। Law and order
पुलिस कप्तान के लिस्ट में कई बदनाम चेहरे
सूत्रों की बातों पर गौर करें तो नवागत पुलिस कप्तान के तेवर को अभी तक पुलिस अधिकारी समझ नहीं पाए हैं। उसकी सबसे बड़ी वजह यह बताई जाती है कि पुलिस अधिकारियों को इस बात की भनक लग चुकी है कि कई पुलिस अधिकारियों पर कप्तान की नजर पूरी तरीके से टिकी हुई है । नवागत पुलिस कप्तान के यहा जाने मे अधिकांश उन पुलिस अधिकारियों को डर सता रहा है। जो कुछ न कुछ गलती कर चुके हैं। यही वजह की अभी कतराते नजर आ रहे है।