सिंगरौली। पुलिस चौकी बरका के थाना सरई अंतर्गत बीते दिवस ग्राम गन्नई में रेत माफियाओं द्वारा एक आदिवासी किसान को ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया गया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर जिले के प्रभारी मंत्री श्रीमती संपत्तियां उइके व क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र मेश्राम मृत एक के परिजनों से मिलने पहुंच चुके हैं। इसके अलावा सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, रीवा जोन के डीआईजी भी परिजनों से मिले और हर संभव मदद करने की बात कही एवं पुलिस हर बिंदुओं पर जांच कर रही है।
बता दें कि पुलिस राजनीतिक संरक्षण के चलते अपराधियों पर मुकदमा दर्ज करने में हीला हवाली की जा रही थी जिसके दरमियान कांग्रेसियों व आम नागरिकों द्वारा सरई थाने के सामने धरना प्रदर्शन किया गया तक कहीं जाकर पुलिस एफ आईआर दर्ज की है इसी मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सिंगरौली के अधिकारियों को अपराधियों पर कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि प्रभारी मंत्री संपतिया उइके बरका पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर शिकायत की गई हैं। बरका चौकी प्रभारी पर रेत अवैध खनन कारोबारी उसे संरक्षण देने के आरोप लगाए जारहे हैं। ऐसे में डीआईजी इस हत्याकांड के मामले को लेकर प्रभारी मंत्री को जबाव देते देते हालत खराब हो गई है।
उसी क्रम में आज सुबह मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल मृतक इंद्रपाल अगरिया पिता रामलाल अगरिया के परिजनों से मिलने पहुंचे परिजनों से मिलने के बाद कमलेश्वर पटेल अपने कार्यकर्ताओं के साथ मृतक के घर के सामने धरने पर बैठ गए। धरने में कांग्रेस के पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल जिला पंचायत सिंगरौली के अध्यक्ष सुश्री सोनम सिंह, अरविंद सिंह चंदेल, राजकुमार दीपांकर, रामबालक दुबे,मनोज सिंह चौहान सहित जिले के कई दिग्गज शामिल हुए।
आज धरने पर बैठे कांग्रेसियों का आप है कि पुलिस अपने बचाव के लिए आरोपियों को गिरफ्तार करने में सहयोग करने वाले को₹10000 इनाम घोषित किया यह सब दिखावा। धरना प्रदर्शन में बैठे पूर्व मंत्री पटेल द्वारा शासन प्रशासन को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि आरोपियों को जब तक पुलिस गिरफ्तार नहीं करती है तब तक धरना प्रदर्शन चलता रहेगा। इसके बाद पुलिस अधीक्षक सिंगरौली श्रीमती निवेदिता गुप्ता के द्वारा कहा गया की 24 घंटे के अंदर अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा तब कहीं जाकर पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल के नेतृत्व में चलने वाला धरना प्रदर्शन समाप्त करने की घोषणा किए।