MP Weather Update: खेत, खलिहान, घर, दुकान के साथ सड़क पर बिछी सफेद चादर को कश्मीर या शिमला समझने की भूल न करें…ये दृश्य सागर जिले का है। जहां इतनी तेज ओलावृष्टि हुई है कि खेत में खड़ी फसल चौपट हो गई है। किसानों की हालत खराब हो हो गयी।
MP Weather Update : सागर मे सड़क से लेकर खेतों, खलिहानों, घरों और दुकानों पर बिखरी सफेद चादरों के साथ इसे कश्मीर या शिमला समझने की गलती न करें। ये तस्वीरें सागर जिले की हैं, जहां की ये तस्वीरें खुद किसानों की मेहनत पर फिरे पानी की गाथा यह तस्वीरें खुद बयां कर रही हैं. बुंदेलखंड सहित सागर जिले में पिछले 4 दिनों से मौसम की मार पड़ रही है।
तेज आंधी व बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि(hailstorm) से किसानों की सारी फसलें चौपट हो गई हैं। खेत में खड़ी फसलें नष्ट हो जाती हैं और कटाई के लिए बची फसलें मिट्टी में मिल जाती हैं। सागर जिले के नरयावली, सुरखी, खुरई, रहली, बीना, देवरी विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों गांव ओलावृष्टि(hailstorm)से प्रभावित हुए हैं.राहतगढ़-खुरई मार्ग पर इतनी चट्टानें गिरी हैं कि लगता है शिमला.
ओलावृष्टि से सड़कें बर्फ की सफेद चादर से ढकी नजर आईं तो वहीं खेतों में हरी पीली फसलें भी सफेद चादर में लिपटी नजर आईं। करीब आधे घंटे तक झमाझम बारिश के साथ बेर के आकार के ओले गिरे। इस तरह के नजारे गिरवर, उपचंद और नयाखेड़ा, रहली विधानसभा क्षेत्र के छिरारी, नरयावली के जरूआखेड़ा ईश्वरवारा टोडा पाली, सनोधा गांव सहित कई गांवों में देखने को मिले, जहां गेहूं की खड़ी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई.
सरकार भी कितनी मदद करेगी
किसानों का कहना है कि बच्चों की पढ़ाई, बेटी की शादी, बिजली बिल, ट्रैक्टर की किस्त, साहूकार को कर्ज, बीमारी का इलाज और न जाने क्या-क्या के सपने बारिश ने तोड़ दिया हैं. आसमान से बरसी आफत, सब कुछ बर्बाद गया। अब वे रोने के सिवा कुछ नहीं कर सकते। उन्हें सरकार से राहत के रूप में मुआवजा मिलने की उम्मीद है। लेकिन सरकार कितना देगी, नुकसान की भरपाई कैसे होगी?
अगले 24 घंटे में खतरा बरकरार