सिंगरौली। जिले में हजारों लोगों के साथ चिटफंड कंपनी की ठगी करने वाले प्रबंधक को निवेशकों ने पड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इस दौरान कोतवाली थाने में सैकड़ो निवेशक पहुंच चित फंड कंपनी के कर्ताधर्ता पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए। साथ ही कहा कि श्री स्वामी विवेकानंद मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी नामक चिटफंड कंपनी निवेशकों का करीब 100 करोड़ से ज्यादा लेकर फरार होने के फिराक में हैं. चिटफंड कंपनी के एजेंट लोगों को ज्यादा मुनाफे का लालच देते थे इसलिए लोग उनके लालच में आ जाते और निवेश कर देते थे।
गौरतलब हैं कि लंबे समय से श्री स्वामी विवेकानंद मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी नामक चिटफंड कंपनी हजारों लोगों से करोड़ों रुपए जमा कराए। निवेशकों ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। कंपनी की एजेंट राजकुमार वैश्य ने आरोप लगाया कि आरती बंसल और अनुराग बंसल पहले ऑप्शन नाम की चिटफंड कंपनी में लोगों का निवेश कराया। लेकिन कुछ दिनों बाद यह लोग कंपनी को या तो बंद कर दिए या फिर नाम बदल दिए। यह लोग दूसरी बार श्री स्वामी विवेकानंद मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी से लोगों से निवेश कराने लगें।
कंपनी के कर्ताधर्ता अनुराग बंसल लोगों को लुभावने और कम समय में पैसे डबल करने की गारंटी ली। और हजारों लोगों को एडवाइजर बनकर 100 करोड रुपए से ज्यादा का निवेश कराया। श्री वैश्य ने कहा कि मेरा खुद का करीब 2 करोड रुपए और मेरी टीम का 7 से 8 करोड रुपए कंपनी में जमा है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से कलेक्टर के एक आदेश के बाद कंपनी बंद हो गई। और कंपनी के कर्ताधर्ता अनुराग बंसल लोगों से दूरी बनाने लगे।
निवेशकों ने अनुराग बंसल को पुलिस के किए हवाले
कंपनी के फरार होने की खबर सुनकर निवेशकों में हड़कंप मच गया. लोग चिटफंड कंपनी के दफ्तर पहुंचे. दफ्तर पर ताले लटके हुए मिले. कंपनी के संचालकों का नंबर भी स्विच ऑफ मिला. वही निवेशक कंपनी के स्थानीय प्रबंधक की तलाश में लगे रहे। जहां आज चिटफंड कंपनी के कर्ताधर्ता अनुराग बंसल को निवेशको ने देखा तो उन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। वही सैकड़ो की संख्या में पहुंचे निवेशको ने मीडिया सहित पुलिस अधिकारियों को दुखड़ा सुनाया। और सभी अधिकारियों से निवेश की रकम दिलाने की मांग की. निवेशकों ने बताया कि कंपनी में 100 करोड रुपए से अधिक रुपए का निवेश किया गया है। अब कर्ताधर्ता लोगों का पैसा लेकर फरार होने के फिराक में है।
समाज सेवा कर आरती बंसल ने हुई हाईलाइट
बता दे की कोरोना काल के दौरान जहां पूरे जिले के लोग घर में बैठे थे। उस दौरान आरती बंसल और अनुराग बंसल सामाजिक कार्यकर्ता वन लोगों का भरोसा जीतने में लगें रहें। दोनों जरूरत मंदों की मदद करने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते नजर आते थे। वह कभी संस्थानों में सैनिटाइजर मशीन तो कभी जरूरतमंदों को सेनीटइजर के अलावा खाने-पीने की सामग्री लेकर पहुंच जाती थी। जिससे वह लगातार मीडिया की सुर्खियों में रही। आरती बंसल सामाजिक कार्यकर्ता होने वाली अपनी छवि को कैसे किया और लोगों से उनकी खून पसीने की गाड़ी कमाई चिट फंड कंपनी में निवेश कराया।
इनका कहना है
लोगों का शिकायती आवेदन अभी प्राप्त नहीं हुआ है लिख रहे हैं आवेदन मिलने के बाद विधि संगत धाराएं लगाकर कार्यवाही की जाएंगी। अशोक सिंह परिहार थाना प्रभारी बैढ़न