BJP सिंगरौली। भाजपा सिंगरौली संगठन के द्वारा विकास के मुद्दे को लेकर भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी। इस प्रेस वार्ता में मोदी की गारंटी भाजपा का भरोसा मध्य प्रदेश संकल्प पत्र को लेकर यह प्रेस वार्ता आयोजित हुई थी लेकिन प्रेस वार्ता में उन खबर नवीसो से भाजपा ने दूरी बनाई जो भाजपा पर सवाल खड़े कर सकते थे। यही वजह है कि भाजपा संगठन ने बंद कमरे में प्रेस वार्ता आयोजित कर सवाल खड़ा कर दिया हैं।
बताया जाता है कि मोदी की गारंटी भाजपा का भरोसा मध्य प्रदेश संकल्प पत्र में लगभग 19 विकास कार्य को लेकर यह प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी। विकास के मुद्दे को लेकर बीजेपी प्रेस वार्ता आयोजित कर जनता तक संदेश देना चाह रही है लेकिन सिंगरौली भाजपा संगठन ने भी पत्रकारों में वैराइटी का बटवारा करते हुए चहेते लोगों को बुलाकर प्रेस वार्ता आयोजित कर एक और बखेडा़ खड़ा कर दिया है। इधर आरोप लगने लगे हैं कि भाजपा संगठन में इन दिनों कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। आए दिन संगठन पर भाजपा के लोग ही सवाल खड़े कर रहे हैं। कहीं न कहीं भाजपा संगठन में विधानसभा चुनाव में जमकर तकरार देखी जा रही है और इस तकरार का खामियांजा कहीं विधानसभा चुनाव में भुगतान न पड़ जाए। BJP
भाजपा से ही जुड़े लोगों की बातों पर गौर करें तो संगठन में एक ऐसा दल है जो विरोधी प्रवृत्ति का माना जाता है जो भले ही भाजपा में है लेकिन भाजपा के लिए सही तरीके से कार्य नहीं कर रहे है। यही वजह है कि भाजपा संगठन सिंगरौली वर्तमान में मजबूत स्थिति में नहीं दिखाई दे रहा है। कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जो आम जनता में चर्चा का विषय बनकर जनता को भाजपा को लेकर भ्रमित कर रहे हैं। इसके बावजूद भाजपा सिंगरौली संगठन अपने क्रियाकलापों को लेकर बाज नहीं आ रहा है। इसका जीता जागता उदाहरण आज मंगलवार को भाजपा कार्यालय सिंगरौली के प्रेस वार्ता में देखने को मिला है। सूत्रों की बातों पर गौर करें तो भाजपा संगठन के द्वारा संकल्प पत्र को लेकर जो खबरनवीसो को बुलाकर प्रेस वार्ता की गई थी।उसमें सिर्फ चहेते लोग शामिल थे जो भाजपा को लेकर या संगठन को लेकर सवाल नहीं कर सकते थे। इस प्रेस वार्ता पर अवश्य भाजपा संगठन खुद फसता हुआ दिखाई दे रहा है जिसकी चर्चा अब लोगों के जुबान पर सुनने को मिलने लगी है। जब भाजपा संगठन विधानसभा चुनाव जो महज 2 दिन और मतदान के लिए बचा है ऐसे समय पर जब प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अपनी कथनी और करनी पर अंतर दिखा रहा है तो कहीं न कहीं भाजपा की लचर कार्य प्रणाली के वजह से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को भुगतना न पड़ जाए। BJP