Rain havoc सिंगरौली : जिले में दो दिन से हो रही बारिश ने रिलायंस कोल ब्लॉक मुहेर की पोल खोल कर रख दी। देर रात बारिश के साथ कोल माइंस मुहेर खदान का ओवर बर्डन मिट्टी, डस्ट, और मलवा बह कर नगर निगम क्षेत्र के बार्ड 45 अमलोरी के आधा दर्जन घरों सहित 10 एकड़ से अधिक खेतों में पहुंच गया है. खेतो और घरों में करीब 5 फीट मिट्टी जमा होने से बच्चे, बूढ़े, नौजवान और महिला घरों में फंस गए। जबकि मवेशियों को लोगों ने खुला छोड़ दिया ताकि बेजुबानों की जान बच सकें हालांकि खबर लगने के बाद आनन फानन में जिला प्रशासन और रिलायंस कंपनी ने रात 12 बजें रेस्क्यू कर लोगों को वहां से निकाल कर अमलोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रुकवाया। लोग आधी रात अपने आशियाने को छोड़ सामुदायिक भवन में रूकने को मजबूर हैं।
बता दें कि रिलायंस कोल माइंस मुहेर खदान का ओवर बर्डन (मिट्टी, डस्ट, और मलवा) अमलोरी के आसपास डंप कर रखा था. जो बारिश के पानी के साथ बहकर लोगों के घरों और खेतों में पहुंच गया। खेतों में मलबा आने से धान , तिल, मक्का और सब्जियों की खेती पूरी तरह से चौपट हो गई है. कई सालों से ओवर बर्डन से लगी जमीनों में किसान खेती करने से डरने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाए की यह कोई पहली मर्तबा नहीं है जब रिलायंस की वह भी वह कर लोगों के खेतों और घरों में पहुंची है इसके पहले भी हर बारिश में केमोन बेस यही हाल होता है लेकिन रिलायंस प्रबंधन ओवर वर्डन से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की जमीन अधिग्रहित कर रहा ना ही ओवर बर्डन को रोकने के लिए कोई प्रबंध कर रहा। वहीं इस मामले में रिलायंस कोल माइंस के अधिकारी मामले को दबाने में लगे हुए है. जबकि जिला प्रशासन के अधिकारी मीडिया के सवालों का जवाब देने से बच रहे हैं। Rain havoc
10 साल से अमलोरी के लोग परेशान
बीते 10 सालों से लगातार बारिश के दिनों में रिलायंस कंपनी का ओवर बर्डन मिट्टी बारिश से स्लाइड होकर लोगों के घरों और खेतों तक पहुंच रही है बावजूद इसके मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए रिलायंस कंपनी ने ना तो रिटर्निंग बाल बनाया और ना ही मिट्टी से बने पहाड़ में पेड़ पौधे लगाए। लिहाजा बारिश होने से मिट्टी का तेज कटाव होता है। और पानी के साथ लोगों के घरों और खेतों में 5 से 6 फीट तक मिट्टी जमा हो गई है जिससे लोगों के खेत बंजर हो गए हैं। Rain havoc
इनका कहना है
रिलायंस कंपनी की मिट्टी हर साल घर और खेत में पहुंचता है लेकिन कंपनी प्रबंधन मनमानी कर रहा है। रात 12:00 बजे हमें घर से निकाल कर सामुदायिक भवन में रखा गया है। हमारा सब कुछ तबाह हो चुका है।
तिलकधारी ग्रामीण अमलोरी
इनका कहना है
किसानों की सैकड़ो एकड़ की खेती बर्बाद हो गई है,जिला प्रशासन रिलायंस के इशारों पर काम कर रहा है। रिलायंस कंपनी यहां के लोगों की जान लेने के लिए आतुर है और सरकार चुप्पी साधे हैं।
मनोज साह, प्रदेश उपाध्यक्ष, मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग