Singrauli news सिंगरौली। सिंगरौली ग्रामीण तहसील की नकल शाखा रिश्वतखोरी का अड्डा बन गया है। यहां के कर्मचारियों का पहले भी सरेआम रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ था। वहीं एक बार फिर ग्रामीण तहसील के नकल सेंक्शन में पदस्थ नरेंद्र सिंह खंड लेखक का रिश्वत लेते कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। बावजूद इसके कलेक्टर ने अभी तक रिश्वतखोर कर्मचारी के इस मामले को संज्ञान में नहीं लिया। कर्मचारी के रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुई करीब एक सप्ताह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक संज्ञान में नहीं लेना चर्चा का विषय बना हुआ है। बजह जो भी हो लेकिन रिश्वतखोर कर्मचारी के वायरल वीडियो के बाद अब शिवराज सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। हर गली चौराहे पर लोग सरकार और कलेक्टर पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
गौरतलब है कि ग्रामीण तहसील में पदस्थ नरेंद्र सिंह खंड लेखक का रिश्वत लेते कई वीडियो सोशल मीडिया में एक सप्ताह से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में खंड लेखक अलग-अलग लोगों से रिश्वत लेते नजर आ रहा है। वीडियो ग्रामीण तहसील परिसर और खंड लेखक के घर का हैं। तहसील कार्यालय में खुलेआम रिश्वतखोरी का खेल सदियों से चला रहा है लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद भी कलेक्टर ने अभी तक इस मामले को संज्ञान में नहीं लेना चर्चा का विषय बना है। दावा किया जा रहा है कि खंड लेखक नरेंद्र सिंह का रसूक न केवल ग्रामीण तहसील में बल्कि कलेक्ट्रेट और रीवा कमिश्नरी में भी खूब है वहीं भाजपा के एक बड़े नेता का करीबी होने के चलते शायद कलेक्टर भी रिश्वतखोरी के इस वीडियो को अब तक संज्ञान में नहीं लिया है। इस मामले को लेकर कलेक्टर अरुण कुमार परमार के इस मोबाइल नंबर 7587979500 में संपर्क कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। बता दे की जिले की नकल शाखा में खुलेआम रिश्वतखोरी का खेल शुरू है। यहां पैसों के दम पर सिर्फ एक दिन में नकल प्राप्त की जा सकती है। Singrauli news
क्या है वायरल वीडियो में ?
जानकारी के मुताबिक, ग्रामीण तहसील कार्यलय में पदस्थ नरेंद्र सिंह खंड लेखक को ग्रामीण तहसील कार्यालय और घर में अलग-अलग व्यक्ति 50000 हजार देता है। वायरल वीडियो में नजर आ रहे नरेंद्र सिंह तहसील कार्यालय के बगल में जाकर पैसे लेता है तो वही एक अन्य वीडियो में वह अपने घर में एक फैसले के नाम पर रिश्वत लेते नजर आता है। वहीं सामने वाले शख्स ने नरेंद्र सिंह को रुपए देते हुए कहता है कि 40000 है। इस पर रिश्वतखोर खंड लेखक ने शख्स से कहता है कि 22 तारीख को शिवराज सिंह आ रहे हैं उसके बाद तुम्हारे मामले में फैसला हो जाएगा। वही एक दूसरे मामले में अपने घर में 9000 हजार रुपए लेने की बात सामने आ रही है। जहां फरियादी कहता है कि 49000 पहले दे चुका हूं और 9000 यह है। इसके बाद खंड लेखक नरेंद्र सिंह फरियादी से कहता है कि तुम्हारा कागज पुख्ता है फैसला हो जाएगा। फैसले में 500 फाइल लगी है, पहले पुरानी फाइल निपटाते आते हैं नहीं तो पिछले वाले वकील चढ़ बैठते हैं, काश्तकार को बताते हैं कि वकील कहते हैं कि भाई जो पुरानी बहस वाली फाइल लगी है उसको पहले क्यों नहीं कर रहे , इसको क्यों कर दिए। यह सब हल्ला हो जाता है इसलिए अधिकारी का कहना है कि चलो क्रम से, जिसको हमें करना है हम कर लेंगे लेकिन सही ढंग से चलो ताकि लोग जाने ना की इसमें पैसा लिया होगा तभी ऑर्डर कर दिया। पीछे वाली फाइल पड़ी है, असली वजह यह है कि बाकी आप पैसा दिए हैं तो काम की गारंटी है। Singrauli news