Singrauli News : सिंगरौली। जिले में भ्रष्टाचार के मामले में नंबर वन कहलाने वाला सिंगरौली नगर पालिक निगम अब टेंडर में सेटिंग के खेल सुर्खियों में है। बताया जा रहा है कि कई सफेदपोश और अधिकारी अपने करीबी बड़े ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए 2 करोड रुपए से अधिक के टेंडर निकाले हैं। जबकि टेंडर डालने की अधिक प्रतिस्पर्धा से बिलो रेट जाने के सरकार के गणित को नगर पालिक निगम के अफसरों ने पूरी तरह फेल कर दिया। नगर निगम के अधिकारी बड़े टेंडर लगाकर छोटे ठेकेदारों को तोड़ने का काम कर रहे हैं तो वहीं अपने पसंद के ठेकेदार को टेंडर दिए जाने में पूरी मदद भी दे रही है। नगर निगम में 2 करोड़ 12 लाख 88 हजार रुपए का एक टेंडर इन दिनों चर्चा में है। करीब एक माह बीत जाने के बाद भी अधिकारियों ने अब तक टेंडर नहीं खोलना कई सवाल खड़े कर रहा है।
बता दें कि सत्ता पक्ष में बैठे नेता और नगर पालिका निगम के अधिकारियों ने अपने चहेते एक ठेकेदार को लाभ दिलाने के लिए चार अलग-अलग कामों के लिए एक साथ निविदा निकाली है। निविदा में 1.20 किलोमीटर सीसी रोड विथ ड्रेन, आरसीसी रिटर्निंग बाल, एचपीसी बाउंड्री वॉल, वार्ड 29 में देवरा रेलवे गेट और आदिवासी छात्रावास में बाउंड्री बनाने का कार्य किया जाना है। इस काम के लिए करीब 2 करोड़ 12 लाख 88 हजार रुपए का टेंडर निकाला हैं। टेंडर डालने की अंतिम तिथि 8 जनवरी 2024 थी लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी अभी तक टेंडर नहीं खोला जाना अब चर्चा का विषय बना है। वही याद इन सभी कामों का अलग-अलग टेंडर निकलता तो कर अलग-अलग ठेकेदारों को काम मिल सकता था। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया चार अलग-अलग कामों को एक साथ कर बड़े ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने की साजिश की बू आ रही है। आंकड़े बताते हैं कि नगर निगम में अक्सर कई कामों को एक साथ जोड़कर बड़े टेंडर निकाले जाते हैं ताकि प्रतिस्पर्धा कम हो। जिससे कई सफेदपोश और नगर निगम अधिकारी अपनी जेब भर सके। यह अलग बात है कि सरकार की मंशा यह थी कि कम राशि के टेंडर दिए जाने से छोटे ठेकेदार अधिक संख्या में काम ले सकेंगे वहीं अधिक प्रतिस्पर्धा होने से कम दर पर टेंडर दिया जा सकेगा। Singrauli News :
टेंडर निरस्त करने की रचते हैं साजिश
नगर निगम में कई कामों को जोड़कर दो करोड रुपए से ज्यादा के टेंडर निकाले जाते हैं। स्वीकृत कार्यों के लिए निकल गए निविदा में जहां छोटे ठेकेदार क्वालीफाई नहीं कर पाते तो वही कुछ चुनिंदा ठेकेदारों द्वारा निविदा हेतु आवेदन दिया जाता है। जिसमें कुछ जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार वह उनके करीबियों द्वारा भाग लिया जाता है। चर्चा है कि 1.20 किलोमीटर सीसी रोड की ड्रेन, आरसीसी रिटर्निंग बाल, एचपीसी बाउंड्री वॉल, वार्ड 29 में देवरा रेलवे गेट और आदिवासी छात्रावास में बाउंड्री बनाने का कार्य किया जाना है। 2 करोड रुपए से ज्यादा के इस काम में अधिकारी अब टेंडर की सेटिंग और गेटिंग का खेल शुरू कर दिए हैं। हालांकि अभी तक यह टेंडर नहीं खोले गए हैं। Singrauli News
टेंडर लेने पक्ष और विपक्ष एक जुट
यह चुनावी वर्ष है सत्ताधारी और विपक्ष दोनो चुनावी मोड़ में आ गये है एक दूसरे को स्थानीय स्तर पर भी कोसने और जनता की नजर में एक दूसरे को गिराने कही नही चूक रहे है। एक दूसरे को फूटी आँख पसंद नही करते लेकिन जैसे ही बात स्वयं की आर्थिक लाभ की होती है, सभी एक दूसरे से कंधा मिलाते चल रहे है ओर आपसी राजीनामा मे कार्यो का बंटवारा किया जा रहा है। चर्चा है कि नगर निगम अधिकारी बिंदु कुशवाहा, सुरेश शाहवाल और मेवालाल ठेकेदार को काम देना चाह रहे हैं और उन्हीं के लिए एक महीने से टेंडर ना खोलकर पटकथा लिख रहें है। अब टेंडर किसी को मिले लेकिन कद्दू सब में बटेगा। Singrauli News
इनका कहना है
2 करोड़ 12 लाख 88 हजार रुपए की निविदा अब तक क्यों नहीं खोली गई जानकारी नहीं है, इस संबंध में लेकर ही कुछ बता पाऊंगा। सतेन्द्र सिंह धाकरें, कमिश्नर,नगर पालिका निगम सिंगरौली