Singrauli News सिंगरौली। नवजीवन बिहार पाइपलाइन निर्माण कार्य में हुए फर्जी भुगतान को लेकर नगर निगम परिषद की बैठक में उक्त घोटाले को लेकर जमकर बवाल हुआ। बवाल को देखते हुए नगर निगम आयुक्त डीके शर्मा ने तत्काल निर्णय लेते हुए कार्यपालन यंत्री, एसडीओ सहित चार अधिकारियों के प्रभार छीन लिए। साथ ही उपयंत्री को निलंबित करते हुए संविदाकार पर भी कार्यवाही किए जाने की बात कही है। आयुक्त के इस कार्यवाही से नगर निगम में हड़कंप की स्थिति निर्मित देखी गई है।
गौरतलब हो कि दूसरे दिन परिषद की बैठक परिषद अध्यक्ष देवेश पांडे की अध्यक्षता में शुरू हुई जहां सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह, सांसद प्रतिनिधि संतोष वर्मा, महापौर रानी अग्रवाल, कमिश्नर डीके शर्मा सहित पार्षदों की मौजूदगी रहें। वहीं नवजीवन विहार में पाइप लाइन निर्माण कार्य में जब जांच की गई तो लगभग 7 लाख का निर्माण कार्य पाया गया। जहां नगर निगम के अधिकारियों ने संविदाकार और कमीशन के लालच में आकर संविदाकार को 38 लाख का फायदा पहुंचाया गया था। इस मुद्दे को लेकर नगर निगम के अध्यक्ष सहित पार्षदों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. अब परिषद बैठक में घंटों हंगामा चला। Singrauli News
आखिरकार नगर निगम आयुक्त डीके शर्मा ने जन प्रतिनिधियों के दबाव में आकर बीते मंगलवार को सब इंजीनियर अनुज सिंह को तत्काल निलंबित कर दिया था और उपयंत्री पीके सिंह के प्रभार को छीना गया था। जहां आज बुधवार को परिषद बैठक के दूसरे दिन आयुक्त ने परिषद प्रारंभ होने के पूर्व ही जनप्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए बताया कि नवजीवन विहार पाइपलाइन घोटाले में संलिप्त कार्यपालन यंत्री व्हीपी उपाध्याय, एसडीओ दिनेश तिवारी, लेखाधिकारी सत्यम मिश्रा का प्रभार छीन लिया गया है। वही कमिश्नर ने कहा कि संविदाकार पर भी कार्यवाही की जाएगी। लेकिन इधर बता दे की आयुक्त के इस कार्यवाही से नगर निगम में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो चुकी है साथ ही इस कार्यवाही पर आयुक्त के कार्य प्रणाली पर भी उंगली उठती हुई नजर आ रही है। लोगों में चर्चा यह भी है कि आयुक्त ने पाइपलाइन घोटाले की फाइल का भुगतान किया है। लोगों ने यह भी कहा कि जितने दोषी अन्य अधिकारी हैं उतने ही दोषी नगर निगम आयुक्त भी है। फिर क्यों आयुक्त के द्वारा एक तरफा कार्रवाई हुई है। Singrauli News
नल जल योजना में 14 करोड़ का घोटाला
बैठक में वार्ड क्रमांक 36 के प्रेम सागर मिश्रा ने पेयजल योजना में भारी अनियमितता के आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा कि पाइपलाइन डालने बिछाने एवं नल जल हाउस कनेक्शन में परिषद द्वारा गठित जांच कमेटी ने अपने प्रतिवेदन में भ्रष्टाचार की पुष्टि की है। जांच कमेटी ने अपने प्रतिवेदन में 8440 मीटर पाइपलाइन बिछाने की पुष्टि की है जबकि पेयजल संविदा कार मेजर्स तेजस कंस्ट्रक्शन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड पुणे कंपनी को 27. 49 करोड़ से 24682 कनेक्शन किया जाना था लेकिन कंपनी ने हाउस नल जल कनेक्शन महज 7665 किया। अभी 14.02 करोड़ रुपए से 17017 कनेक्शन करने शेष है। Singrauli News
पीएफ में हुआ 60 लाख का घोटाला
पार्षद अखिलेश सिंह ने पीएफ घोटाले को लेकर महापौर सहित कमिश्नर को घेरा। उन्होंने कहा कि निगम के सबसे छोटे कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर, वाहन चालक, सफाई कर्मी जी तोड़ मेहनत कर परिवार का भरण पोषण करते हैं लेकिन अधिकारी और आउटसोर्सिंग कंपनियां मिलकर गरीबों के हक में डाका डाला है। करीब 2 साल से पीएफ का भुगतान नहीं किया गया है। कई बार आउटसोर्सिंग में काम करने वाले कर्मी और पीएफ भुगतान की जानकारी मांगी गई लेकिन अधिकारी आधी अधूरी जानकारी देते हैं। पीएफ घोटाले में अब तक करीब 60 लाख रुपए का हेरफेर किया गया हैं। पार्षद के सवाल का जवाब देते कमिश्नर ने कहा कि जानकारी अधूरी है मैं भी मानता हूं इसके पीछे प्रमुख वजह यह है कि पार्षद जी द्वारा जो जानकारी मांगी गई है वह करीब 2500 पेज में होगी। इसलिए बनाने में थोड़ा समय लगेगा लेकिन जल्द ही इस जानकारी को पार्षद जी को उपलब्ध कराई जाएगी। Singrauli News
स्थापना शाखा अधीक्षक की जांच शुरू
पार्षद परमेश्वर पटेल ने पीएफ घोटाले में शामिल अधिकारियों और स्थापना शाखा अधीक्षक वीडी सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सेवा पुस्तिका में छेड़छाड़ कर वीडी सिंह अपनी उम्र कम करके अधिक समय तक नगर निगम में काम कर रहे हैं। वहीं नगर निगम को लाखों रुपए का चूना लगाया है उनकी सेवा पुस्तिका की जांच हो और गलत पाए जाने पर आपराधिक मामला भी दर्ज होना चाहिए। जिस पर नगर निगम अध्यक्ष ने वीडी सिंह की सेवा पुस्तिका की जांच करने के आदेश दिए हैं। Singrauli News