singrauli news: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को साफ सुथरा रखने के लिए सपना देखा और इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए सरकार सहित पूरा प्रशासन लग गया, लेकिन सिंगरौली जिले में कमिश्नर का कृपा पात्र उपयंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को तोड़ रहा है. वह सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए खाकर सीएम शिवराज की भी लंका लगा रहा है. वह जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स के पैसों को स्वच्छता के नाम पर खर्च कर अपनी कमाई का जरिया बना लिया है.
singrauli news नगर पालिक निगम सिंगरौली के नवागत कमिश्रर पवन सिंह प्रभार ग्रहण करने के बाद ननि को सही तरीके से एक पखवाड़े में ही पढ़ लिया। तभी तो ऐसे अधिकारी को आधा दर्जन प्रभार देकर निशाने पर आ गए हैं। सूत्र बताते हैं कि ननि के एक चर्चित अधिकारी प्रवीण गोस्वामी पर इस कदर मेहरबान हुए कि दोनो हाथों से कमिश्रर ने झोली भर दी। तभी तो स्वच्छता में सहायक नोडल अधिकारी,सिविल में चार वार्ड और इलेक्ट्रानिक का एई बनाकर चर्चाओं में आ गए हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि कमिश्रर का इन दिनों कारखास बन चुके हैं। यही वजह है कि नगर निगम के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों में आक्रोश पनपने लगा है।
singrauli news गौरतलब हो कि नगर पालिक निगम सिंगरौली हमेशा से सुर्खियों में रहा है। कई कमिश्रर आए और कई गए लेकिन प्रवीण गोस्वामी पर अभी तक कोई कमिश्रर इस तरह की मेहरबानी नही दिखाई है। लेकिन नवागत कमिश्रर ने इस तरह मेहरबान हुए कि एक साथ खजाना देकर खुश कर दिए हैं। ऐसे में चर्चाओं की बाजार गरम है। उसकी सबसे बड़ी वजह यह बताई जाती है कि पूर्व में भी उक्त अधिकारी के कार्यप्रणाली को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। हमेशा से इलेक्ट्रीक विभाग के कार्यो को लेकर सुर्खियों में रहा है। फिर इस तरह की मेहरबानी क्यों दिखाई गई यह बात किसी के गले से नही उतर रही है।
singrauli news सूत्र तो यह भी बताते हैं कि नगर निगम सिंगरौली में जब से नवागत कमिश्नर आए हैं तब से अन्य विभागो के अधिकारियों व कर्मचारियों में मतभेद पैदा हो रहा है। सूत्र बताते हैं कि नगर निगम में तीन ऐसे रणनीतिकार अधिकारी हैं जो कमिश्रर को अपने इशारे पर चला रहे हैं और इन्ही के इशारे पर इन दिनों कमिश्रर चल रहे हैं। यही वजह है कि नगर निगम में भारी अधिकारियों-कर्मचारियों में एक दूसरे को लेकर खीचतान मची हुई है। नवागत कमिश्रर आखिर क्या चाहते हैं यह समझ में नही आ रहा है लेकिन विभाग से ही जुड़े लोग कह रहे हैं कि सबकुछ बताए नुसार चल रहा है। अगर यही हाल रहा तो नगर निगम में जहां ननि के जनप्रतिनिधि वाकयुद्ध कर रहे थे अब कहीं ननि के अधिकारी-कर्मचारी न करने लगे। यह सोचने समझने की जरुरत है।
स्वच्छता का बना नोडल अधिकारी
नगर निगम से जुड़े विभागीय सूत्रो की बातो पर गौर करें तो प्रवीण गोस्वामी के पास अभी तक इलेक्ट्रीकल विभाग का जिम्मा था। पूर्व में व्हीपी उपाध्याय के पास इस विभाग का दारोमदार था। लेकिन अब प्रवीण गोस्वामी को फुल इंचार्ज बनाया गया है। इसके अलावा स्वच्छता विभाग का नोडल अधिकारी बनाया गया है। शहर की स्वच्छता कितनी खूबसूरत है यह तो शहर भ्रमण के बाद ही पता चल पाएगा। लेकिन प्रभार देकर खुश करने का नायाब तरीका अपनाया गया है।
सिविल यानि दे दी गई मलाई
सूत्र बताते हैं कि प्रवीण गोस्वामी को इलेक्ट्रिकल व स्वच्छता के अलावा अब नवागत कमिश्रर ने सिविल का भी प्रभार दे दिया है। सूत्रो ने आगे बताया कि कमिश्रर पवर सिंह के द्वारा प्रवीण गोस्वामी को वार्ड क्रमांक 31,36,37 व 38 का प्रभार दिया गया है। इनके ऊपर ननि के कमिश्रर की पूरी छत्रछाया बनी हुई है। साथ ही ननि के एक जनप्रतिनिधि जो बड़े पद पर हैं वह भी इन दिनों इन पर ज्यादा ही मेहरबान है। यही वजह है कि मलाईदार पद दिया गया है। उसके एवज में खुश किया जा रहा है।singrauli news
डिग्री नही फिर कैसे प्रभार…?
सूत्रों की बात माने तो नगर निगम सिंगरौली में सब कुछ अपने मनमुताबिक चल रहा है। चाहे डिग्री हो या फिर न हो। अगर जिम्मेदार अधिकारी को खुश कर रहे हैं तो कोई भी पद मिलना मुश्किल नही है। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि जिस जिम्मेदार अधिकारी को कई पद दिया गया है उनके पास सिविल की डिग्री तो नही है। हां इतना जरुर है इलेक्ट्रिकल से डिग्री है या फिर डिप्लोमा इस पर भी सवाल बना हुआ है। जो भी हो लेकिन नगर निगम में इन दिनों जमकर अंधेरगर्दी का आलम बना हुआ है।
इनका कहना है मेरे जानकारी में नही है कि प्रवीण गोस्वामी इलेक्ट्रिकल या सिविल की डिग्री है। अगर कुछ ऐसा है तो दिखवाएंगे। समस्या यह भी है कि अपने नगर निगम सिंगरौली में इस डिग्री की कमी है।
पवन सिंह