Singrauli News सिंगरौली। जिले के देवसर विधानसभा सीट में टिकट ऐलान के बाद भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ प्रारंभ हुआ विवाद खत्म नहीं हो रहा है। 21 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम को देवसर सीट से टिकट मिलने की सूची जारी हुई तो विरोध शुरू हो गया। माड़ा ,कथुरा, राजबांध सहित कई गांवों के बाद अब मंगलवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें आधा दर्जन के करीब ग्रामीण युवा राजेंद्र मेंश्राम को बालाघाट भेजने की शपथ लेते नजर आ रहे हैं। जारी वीडियो में कई युवा कहते दिखाई दे रहे हैं कि बेरोजगारों को बचाने के लिए भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम को बालाघाट भगाना है और उन्हें हराना है। वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक गर्माहट शुरू हो गई है।
ग़ौरतलब है कि भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम को टिकट मिलने के बाद कई गांव में उन्हें बाहरी कहते हुए लोग विरोध कर रहे हैं। हाल ही में देवसर विधानसभा के चितरबई खुर्द गांव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा हैं। चर्चा है कि भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेंश्राम भले एक बार देवसर विधानसभा से चुनाव जीत चुके हैं लेकिन जीतने के बाद उनकी क्षेत्र में वह सक्रियता नहीं रही जो होनी चाहिए। इस बात की पुष्टि उनका टिकट कटना भी बताता है। साल 2018 विधानसभा चुनाव में राजेंद्र मेश्राम की रिपोर्ट कार्ड खराब मिलने के बाद भाजपा ने टिकट काटकर मौजूदा विधायक सुभाष रामचरित वर्मा को टिकट दिया था। लेकिन इस बार पार्टी ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर पूर्व विधायक राजेंद्र मेश्राम को टिकट दिया तो ग्रामीणों में इसकी नाराजगी आए दिन देखने को मिल रही है। इस बार देवसर विधानसभा के मतदाता राजेंद्र मेश्राम को बाहरी कैंडिडेट कहते हुए विरोध कर रहे हैं। वायरल वीडियो में आधा दर्जन युवा लड़के कहते नजर आ रहे हैं कि हम शपथ लेते हैं कि बेरोजगारों को बचाना है और देवसर विधानसभा से राजेंद्र मेश्राम को भगाना है। देवसर बचाओ मेश्राम भगाओ, मेश्राम मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए वीडियो वायरल किया है। गांवों और चौक चौराहों में चर्चा है कि पूर्व विधायक राजेंद्र मेश्राम जब पहली बार चुनाव जीते उस दौरान बालाघाट के कई लोगों को स्थानीय कंपनियों में नौकरी मिली लेकिन स्थानीय युवा नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरे खाते रहे। यही वजह है कि इस बार भाजपा प्रत्याशी का लगातार विरोध हो रहा है। हालांकि यह वीडियो कब का और कहां का है इस बात की पुष्टि विंध्य न्यूज़ नहीं करता। इन चर्चाओं में कितनी सत्यता है इस बात की पुष्टि भाजपा प्रत्याशी मेश्राम ही कर सकते हैं। Singrauli News
18 दिन में आधा दर्जन गांवों में हुआ विरोध
टिकट मिलने के बाद से ही देवसर विधानसभा के मददाता भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम पर बाहरी होने का ठप्पा लगा रहे हैं। गांवों में भाजपा प्रत्याशी और उनके समर्थकों को आए दिन विरोध का सामना करना पड़ रहा है। राजेंद्र मेश्राम के खिलाफ आए दिन ग्रामीण बाहरी कहते हुए मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। विरोध की बात करें तो टिकट मिलने के 18 दिन के भीतर राजेंद्र मेश्राम का आधा दर्जन से ज्यादा गांव में विरोध हो चुका है। चर्चा है कि इस बार भाजपा प्रत्याशी को कई गांवों में बाहरी कैंडिडेट कहां जा रहा है। यदि यही हाल रहा तो उनकी राह आसान तो बिल्कुल नहीं होगी। Singrauli News
भाजपा प्रत्याशी की कठिन होती जा रही डगर
भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र मेश्राम को विधानसभा के लोग इस बार स्थानीय नहीं मान रहे। कई गांव में हुए विरोध में उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगे और उन्हें बालाघाट का बताया गया। ऐसे में उनकी जीत की डगर इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा कठिन होती नजर आ रही हैं। वायरल वीडियो में आधा दर्जन युवा लड़के कहते नजर आ रहे हैं कि हम शपथ लेते हैं कि बेरोजगारों को बचाना है और देवसर विधानसभा से राजेंद्र मेश्राम को भगाना है। देवसर बचाओं मेश्राम भगाओ, मेंश्राम मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए वीडियो वायरल किया है। चर्चा है कि पिछला चुनाव जीतने के बाद बालाघाट के कई लोगों को स्थानीय कंपनियों में नौकरी मिली लेकिन स्थानीय युवा नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरे खाते रहे। बालाघाट के लोगों की नौकरी की चर्चा हर गली चौराहे में हो रही है। Singrauli News