Singrauli News : सिंगरौली। माजन कला जुड़वाँ तालाब मामले में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) की कड़ी फटकारों को दरकिनार कर नगर निगम सिंगरौली प्रशासन एक और मनमानी करने से बाज नहीं आया है. सरकारी दफ़्तरो और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण न्यायलय के सामने बीच प्राकृतिक नाले में सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट ठोकने से भी बाज नहीं आया है. प्राकृतिक नाला में ट्रीटमेंट प्लांट बनने से एक ओर पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय में पहले ही वारिश का पानी घुसने का खतरा मॅडराने लगता है वही प्लांट चालू होने के बाद इसके दुर्गन्ध से दफ़्तरो में बैठना भी मुश्किल हों जायेगा.
बताया जाता है कि नगर निगम प्रशासन नें अमृत योजना के तहत बैढ़न जिला पंचायत मार्ग के पास माजन नाला सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बना रहा है. जिसमे शहर के घरों के टायलेट और नालियों से निकलने वाले गन्दे पानी को ट्रीटमेंट कर आगे नाले में छोड़ा जायेगा l बताया जाता है कि नगर निगम प्रशासन जिस नाला में सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बना रहा है वही पर कई प्रमुख विभागों के कार्यालय संचालित है,वही जिला एवं सत्र न्यायलय का बहु प्रतिक्षित बहु मंजिला भवन निर्माणाधीन है, वह भी साल दो साल में न्यायालय संचालित हों जायेगा. अभी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग, वन मंडल अधिकारी, सीईओ जिला पंचायत, लोक निर्माण विभाग, व्यापार और उद्योग विभाग, किशोर न्याय बोर्ड और दिव्यांगों का हॉस्टल एसपी कार्यालय,एसडीएम व तहसीलदार कार्यालय भी संचालित हों रहा है. बताया जाता है कि सरकारी कार्यालयों के बिचोबीच प्राकृतिक नाला में सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट अपनी पूरी क्षमता से जब चालू होगा तो उसके दुर्गन्ध से दफ़्तर में बैठना तो दूर उस मार्ग से गुजरना भी मुश्किल हों जायेगा. लेकिन नगर निगम के आयुक्त, इजीनियर और निर्माण कम्पनी भविष्य की ओर तनिक भी नहीं सोचा है. Singrauli News
नाला को बना डाला नाली, एसपी ऑफिस में पहले ही पानी भरेगा
जानकारों की माने तो नगर निगम प्रशासन की अदूरदर्शिता और मनमानी नें माजन नाला को पहले ही नाली बना डाला है जिसका खामियाजा वारिस के दौरान मुख्य मार्ग में रोड़ पर कई घंटे पानी निकलने का इंतजार करना पड़ेगाl और एसपी ऑफिस में भी बाढ़ का पानी भरने का खतरा बना रहता है. गुरुवार की शाम को ही मुख्य मार्ग में पानी भर गया था. Singrauli News
एनजीटी की फटकार से भी नहीं लिया सबक, कर डाली मनमानी
गौरतलब है कि नगर पालिक निगम सिंगरौली प्रशासन द्वारा माजन कला के जुड़वाँ तालाब को तोड़कर व्यवसायिक प्लाजा बना दिया था, जिसके प्राकृतिक स्त्रोत और स्वरुप परिवर्तन को लेकर कुछ लोगो नें उच्च न्यायालय जबलपुर में जनहित याचिका दायर की थी. जिसमे कई साल तक मामला चला और माननीय न्यायालय नें नगर निगम आयुक्त और अन्य जिम्मेदार अफ़सरो को जमकर फटकार लगाई थी. केस को बाद में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में भेज दिया गया है, यह मामला अभी भी विचाराधीन हैं. एनजीटी नें भी नगर निगम आयुक्त और जिम्मेदारो को फटकार लगाई थी. जुड़वा तालाब मामले के कारण अभी भी नगर निगम के करोड़ों रुपये दसको से फसे हुए है और व्यावसायिक प्लाजा गिरने की कगार पर पहुंच गया है.