singrauli news शिवराज सिंह ने अपने भाषण में कहा कि सिंगरौली का युवा स्किल्ड (Skilled) नहीं होने के कारण यहां के कंपनियों में अच्छे पदों पर नहीं लग पा रहा है. अब वह माइनिंग कॉलेज (Mining College) की सौगात देकर के यहां के युवाओं को स्किल्ड (Skilled) बनाएंगे. तब जाकर के वह कंपनियों में अच्छे पदों पर नौकरी कर पाएंगे. मैं शिवराज सिंह (Singrauli Shivraj Singh) व भाजपा के तमाम नेताओं से पूछना चाहता हूं जो अनस्किल्ड जॉब है. यहां के ओबी कंपनी में क्या सिंगरौली का 70 प्रतिशत युवा वह कार्य कर रहा है.
15 साल पहले कुंवर अर्जुन सिंहमाइनिंग कॉलेज (Mining College) में क्या 25 प्रतिशत कोटा सिंगरौली के युवाओं के लिए फिक्स किया जाएगा. यदि नहीं तो कैसे युवा यहां का स्केल्ड होगा शिवराज सिंह (Shivraj Singh) को बताना चाहूंगा कि सिंगरौली का युवा पर्याप्त स्किल्ड है. भारतवर्ष के हर एक कोने में सिंगरौली (Singrauli ) का युवा बड़े-बड़े इंजीनियरिंग पदों पर कार्यरत है. यहां तक कि सिंगरौली (Singrauli)का युवा विदेशों में भी अपने स्किल्ड के दम पर कार्यरत है. यदि शिवराज सिंह को पता नहीं होगा तो वह जानकारी एकत्रित कर सकते हैं singrauli news
भोपाल इंदौर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में सर्वाधिक सीटें सिंगरौली (Singrauli) के युवाओं से भरी जाती हैं. माइनिंग कॉलेज (Mining College) की सौगात स्वर्गीय को अर्जुन सिंह (Arjun Singh) दाऊ साहब ने 15 वर्ष पूर्व ही दी थी लेकिन शिवराज सिंह (Shivraj Singh) ने जमीन उपलब्ध नहीं कराई। सिंगरौली (Singrauli) में जिस कारण से वह लेप्स हो गया आज यदि माइनिंग कॉलेज 15 साल पहले बन गया होता न जाने कितने स्किल्ड युवा अब तक सिंगरौली (Singrauli) में हो गए होते. आज माइनिंग कॉलेज (Mining College) और मेडिकल की सौगात दे करके आप सिंगरौली (Singrauli) के लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. 15 साल पहले कुंवर अर्जुन सिंहsingrauli news
दूसरी बात राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की पदयात्रा देश में इतनी लोकप्रिय होती जा रही है. क्योंकि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) देश के गरीब देश के बेरोजगार किसान और मजदूर की बात करते हैं. उद्योगपति (industrialist) की बात नहीं करते जिस कारण से भाजपाइयों (BJP people) को रात में सपने में भी राहुल गांधी नजर आते हैं. यही कारण रहा कि राजनाथ (Rajnath) सिंह ने अपने उद्बोधन में सर्वाधिक राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का नाम लिया. मुझे खुशी है इस बात की कि हमने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को तो नहीं देखा उनके साथ कदम से कदम नहीं मिलाया लेकिन अपने दौर के गांधी के साथ हमने कदम से कदम मिलाकर के आगर मालवा में पदयात्रा की थी. भाजपाइयों की बौखलाहट (tantrum) इस ओर इशारा करती है कि सत्ता परिवर्तन होकर रहेगा. singrauli news