Singrauli news : सिंगरौली 28 मार्च। कलेक्टोरेट के पीछे लोक सेवा केन्द्र गे बगल से पचखोरा की ओर जाने वाले सड़क मार्ग में डब्ल्यूबीएम की भी दरकार है। जुड़वा तालाब के सीमा तक नगर निगम ने पीसीसी सड़क बना दिया लेकिन तीन सौ मीटर और दूरी बनाने में भेदभाव करने लगा है। जिसको लेकर रहवासियों में ननि के भेदभाव पूर्ण रवैये से नाराजगी दिखने लगी है।
Singrauli news : desk report – गौरतलब हो कि नगर पालिक निगम सिंगरौली के वार्ड क्र.30 स्थित कलेक्टोरेट के समीपस्थ लोक सेवा केन्द्र के बगल से पचखोरा की ओर जाने वाले सड़क मार्ग के साथ नगर निगम भेदभावपूर्ण कार्य कराये जाने का आरोप लग रहा है। आरोप है कि जुड़वा तालाब के नाम से कलेक्टोरेट भवन के बिल्डिंग तक आरसीसी सड़क बनाकर रहवासी कॉलोनी में डब्ल्यूबीएम कराना ही उचित नहीं समझा है। जबकि यहां कई पक्के मकान भी बने हुए हैं। फिर भी नगर निगम के अधिकारियों की रहवासी कॉलोनी की सड़क में डब्ल्यूबीएम कराना भी उचित नहीं समझे।
यहां के कई रहवासियों ने नगर निगम के अधिकारियों पर उदासीनता एवं भेदभावपूर्ण नीति अपनाये जाने का आरोप लगाते हुए मेयर, ननि अध्यक्ष एवं निगमायुक्त का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उक्त कॉलोनी में डब्ल्यूबीएम सड़क की मंजूरी दिलाकर निर्माण कार्य कराये जाने की मांग करते हुए कहा है कि बारिश के दिनों में कीचड़ से निजात मिल सके।
शौंचालय मरम्मत के नाम पर 6 लाख का हुआ आहरण,कार्य जीरो,वर्तमान सरपंच ने पूर्व सरपंच व सचिव के खिलाफ लगाया गंभीर आरोप, सीईओ जिपं के यहां पहुंची शिकायत
सिंगरौली 28 मार्च। जनपद पंचायत चितरंगी के ग्राम पंचायत सिलफोरी के पूर्व सरपंच रामजी गुर्जर एवं निलंबित सचिव विजय कुमार सोनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिला पंचायत सीईओ के यहां चार सूत्रीय शिकायत पत्र सौंपकर जांच करा कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
ग्राम पंचायत सिलफोरी के महिला सरपंच मान कुमारी ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के नाम शिकायत पत्र देते हुए पूर्व सरपंच रामजी गुर्जर एवं तत्कालीन पंचायत सचिव विजय कुमार सोनी पर सनसनीखेज गंभीर आरोप लगायी है। मौजूदा आदिवासी सरपंच मान कुमारी का आरोप है कि ग्राम पंचायत में शौंचालयों के मरम्मत के नाम पर तकरीबन 6 लाख रूपये का आहरण कर लिया गया है। लेकिन किसी भी शौचालय भवन का मरम्मत कार्य नहीं कराया गया है। साथ ही यह भी आरोप है कि यह राशि सरपंच, सचिव ने आपस में बंदरबांट कर लिया है।
जिसकी शिकायत दो महीने पूर्व भी जनपद पंचायत सीईओ के यहां की गयी। फिर भी जांच तक नहीं हुर्ई। सरपंच का यह भी आरोप है कि राजनैतिक दखल के चलते अधिकारी पंचायत में हुए व्यापक भ्रष्ट्राचार की जांच करने से परहेज करते हैं। सरपंच ने साफ तौर पर कहा है कि पंचायत में पूर्व में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। जिसमें पंचायत सचिव की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। पूर्व सरपंच एवं सचिव आपस में मिलकर शासन की कई जन कल्याणकारी योजनाओं में जमकर गड़बड़झाला किया है। Singrauli news
शिकायत पत्र में यह भी उल्लेख है कि छठ घाट मरम्मत के लिए पिछले वित्तीय वर्ष में करीब ढाई लाख रूपये का आहरण उस दौरान के सरपंच, सचिव द्वारा किया गया। फिर भी कार्य आधा-अधूरा कर छोड़ दिया गया है। कार्यों का मूल्यांकन तक भी नहीं हुआ। सरपंच ने पूर्व सरपंच व निलंबित सचिव के एक-एक क्रियाकलापों की जांच कराकर दोषीजनों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिंगरौली से की है। Singrauli news